आज के दौर में फूड डिलीवरी ऐप्स ने हमारे खाने के तौर-तरीकों को पूरी तरह बदल दिया है। ट्रैफिक और बाहर जाने की झंझट से बचते हुए लोग घर बैठे स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले रहे हैं। Zomato और Swiggy जैसी कंपनियां समय की बचत के साथ हर बजट और स्वाद के लिए ढेरों विकल्प प्रदान करती हैं।इन ऐप्स की खासियत यह है कि वे आरामदायक माहौल में भोजन की सुविधा देते हैं। चाहे हल्के स्नैक्स चाहिए हों या किसी खास डिश की craving, सबकुछ मिनटों में दरवाजे पर पहुंच जाता है। इनकी ताजगी और गुणवत्ता ने लोगों का भरोसा बढ़ाया है।
फूड डिलीवरी ऐप्स हर उम्र और वर्ग में लोकप्रिय हो गए हैं, क्योंकि आज की तेज़ जिंदगी में न बाहर जाने की जरूरत है, न ही किचन में घंटों बिताने की। यही कारण है कि रेस्टोरेंट जाने के बजाय लोग ऑनलाइन फूड डिलीवरी का विकल्प चुनते हैं।इसी ट्रेंड को बेंगलुरु के एक फूड लवर ने नई ऊंचाई पर पहुंचाते हुए 2024 में 5,13,733 रुपये का खाना ऑर्डर किया।
भारत में खाने के शौकीनों की कोई कमी नहीं है, और यही वजह है कि Swiggy और Zomato जैसी फूड डिलीवरी कंपनियां आजकल बेमिसाल सफलता पा रही हैं। इसका एक शानदार उदाहरण बेंगलुरु के एक खाने के शौकीन शख्स ने पेश किया, जिसने 2024 में 5,13,733 रुपये का खाना मंगवाया। ज़ोमैटो की सालाना रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ, जिससे पता चला कि इस ग्राहक ने पूरे साल में इतनी बड़ी रकम सिर्फ खाने पर खर्च की।
2024 में Zomato के जरिए 1 करोड़ से अधिक टेबल रिजर्वेशन किए गए, जहां परिवार और दोस्तों ने साथ मिलकर स्वाद का जश्न मनाया। फादर्स डे (6 दिसंबर) कंपनी के लिए सबसे व्यस्त दिन साबित हुआ, जब 84,866 लोगों ने अपने पिताओं के साथ लंच और डिनर का आनंद लिया। वहीं, दिल्लीवालों ने 195 करोड़ रुपये की बचत करके बजट-अनुकूल खाने के मामले में बाजी मारी। इसके बाद बेंगलुरु और मुंबई का स्थान रहा।
Zomato की ये रिपोर्ट केवल आंकड़ों की झलक नहीं, बल्कि यह दिखाती है कि भारत में खाने का जुनून कितना गहरा और दिलचस्प है। बिरयानी की बादशाहत और डिजिटल फूड कल्चर ने न केवल स्वाद के मायनों को बदला है, बल्कि लोगों के खाने के अंदाज़ को भी।