क्या शादी सचमुच आपकी उम्र बढ़ा सकती है? या फिर सिंगल रहने का लाइफस्टाइल आपको ज्यादा खुश और स्वस्थ रखता है? यह सवाल हर किसी के मन में कभी न कभी आता है। जहां एक तरफ शादीशुदा जीवन को स्थिरता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। वहीं दूसरी तरफ सिंगल लाइफ को आजादी और कम जिम्मेदारियों के साथ जोड़कर देखा जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक, शादीशुदा मर्दों की उम्र औसतन सिंगल लड़कों से ज्यादा होती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सिंगल रहना गलत है। दरअसल, यह दोनों जीवनशैलियां अपने-अपने अनुभव और फायदे लेकर आती हैं।
आखिर कौन ज्यादा लंबी उम्र जीता है? और इसके पीछे के वैज्ञानिक और सामाजिक कारण क्या हैं? चलिए, इस रोचक विषय पर नजर डालते हैं, और समझते हैं कि आपका स्टेटस आपकी जिंदगी पर कैसे असर डालता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, शादीशुदा पुरुषों की उम्र सिंगल पुरुषों से अधिक होती है। जापानी रिसर्च में 6 लाख से ज्यादा लोगों पर 15 साल तक स्टडी किया गया। नतीजे बताते हैं कि शादीशुदा पुरुषों में हार्ट डिजीज और एक्सीडेंट से मौत की संभावना 20% कम होती है। जिससे इससे उनकी उर्म लंबी होने की संभावना बढ़ जाती है।
शादीशुदा लोगों के पास एक मजबूत इमोशनल सपोर्ट सिस्टम होता है। जीवनसाथी से मिलने वाला प्यार और सहयोग तनाव को कम करता है। शादीशुदा मर्दों का स्वास्थ्य बेहतर होता है, क्योंकि उनकी पत्नियां उनके खानपान और स्वास्थ्य का ख्याल रखती हैं। शादीशुदा मर्द अक्सर सामाजिक रूप से ज्यादा जुड़े होते हैं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। परिवार के लिए जिम्मेदारी का एहसास पुरुषों को खुद का ख्याल रखने पर मजबूर करता है।
सिंगल पुरुषों की जिंदगी पर प्रभाव
दूसरी ओर, सिंगल पुरुषों को फाइनेंशियल अस्थिरता और अकेलेपन का सामना करना पड़ता है। उनके पास स्वास्थ्य को लेकर प्रेरणा और परिवार के लिए जीने का उद्देश्य नहीं होता। यह लापरवाही उनकी लाइफस्टाइल और उम्र पर नकारात्मक असर डालती है।
शादी और सिंगल रहने का चुनाव पूरी तरह से व्यक्तिगत है। दोनों के अपने-अपने फायदे और चुनौतियां हैं। सबसे जरूरी है कि आप अपने जीवन के हर पल का आनंद लें और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।