एमेजॉन (Amazon) के एक पूर्व एंप्लॉयी का दावा है कि कंपनी उन्हें फिर से भर्ती करने के लिए चार बार कोशिशें कर चुकी है, लेकिन उन्होंने हर बार मना कर दिया है। इस शख्स के मुताबिक, एमेजॉन ने इस शख्स को अनुचित तरीके से नौकरी से निकाल दिया था। एमेजॉन के इस पूर्व बिजनेस एनालिस्ट ने अपनी पहचान गोपनीय रखते हुए नौकरी से निकाले जाने और इसके बाद के घटनाक्रम के बारे में 'इनसाइडर' पब्लिकेशन में लेख लिखा है। इस शख्स ने बताया कि ई-कॉमर्स कंपनी ने उन्हें इस साल जनवरी में निकाल दिया था।
कंपनी ने जनवरी में इस शख्स को ईमेल भेजकर कहा कि संस्थान को अब उनकी जरूरत नहीं है और नौकरी से हटाए जाने के एवज में उन्हें दो महीने का वेतन मिलेगा। हालांकि, इससे पहले उनके मैनेजर उन्हें लगातार यह भरोसा दिलाते रहे कि उनकी नौकरी सुरक्षित है और कोई भी दूसरा शख्स वह काम नहीं कर सकता, जो वह कर रहे हैं। एमेजॉन के इस पूर्व एंप्लॉयी ने लिखा है, 'मेरे मैनेजर ने कहा कि टीम में कोई भी ऐसा दूसरा शख्स नहीं है, जो आपका काम कर सकता है। इसलिए, आपको चिंतित होने की जरूरत नहीं है। हालांकि, ऐसा कुछ नहीं था। डायरेक्ट मैनेजरों का छंटनी के फैसलों से कोई लेना-देना नहीं था।'
जनवरी में छंटनी होने के बाद एमेजॉन के पूर्व एंप्लॉयी ने तकरीबन 200 जगहों पर अप्लाई किया, लेकिन कई आईटी कंपनियों में भी उसी दौरान हुई छंटनी की वजह से उन्हें दूसरी जगह कई नौकरी नहीं मिली। उन्हें बताया, 'मैं उस वक्त काफी निराश महसूस कर रहा था।' एमेजॉन के इस पूर्व बिजनेस एनालिस्ट का कहना था कि नौकरी से हटाए जाने को लेकर वह इतने दुखी हो चुकी थे कि एमेजॉन में दोबारा मौका मिलने के बाद भी वह नौकरी के लिए अप्लाई करने को इच्छुक नहीं थे।
उनका कहना था, ' मेरे मैनेजर और इससे ऊपर के अधिकारी मुझे हमेशा यह कहते रहे कि मुझे वे बचाना चाहते हैं। हालांकि, आखिर में मेरा अनुभव ऐसा नहीं रहा। यह कुछ ऐसा था मानो मेरे गाल पर थप्पड़ मारा गया हो।' इस वजह से वह फिर से भर्ती करने के एमेजॉन के ऑफरों को खारिज करते रहे। उन्होंने बताया, 'मुझे पहली बार लिंक्डइन के जरिये एमेजॉन का ऑफर मिला।'
एमेजॉन ने कुल मिलाकर चार बार उन तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन हर बार उन्होंने मना कर दिया। इस शख्स ने अपने लेख में लिखा है कि कंपनी में उनका भरोसा खत्म हो चुका है, क्योंकि मेहनत से काम करने के बावजूद उन्हें हटा दिया गया था।