India vs Bharat Row: 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' किए जाने को लेकर जारी बहस के बीच लॉजिस्टिक्स कंपनी ब्लू डार्ट एक्सप्रेस लिमिटेड (Blue Dart Express Limited) ने अपनी प्रीमियम सर्विस 'डार्ट प्लस (Dart Plus)' का नाम बदलकर 'भारत डार्ट (Bharat Dart)' कर दिया है। बता दें कि 'भारत डार्ट' एक प्रमुख डिलीवरी सर्विस है। ब्लू डार्ट ने बुधवार को एक कंपनी फाइलिंग में कहा, "यह रणनीतिक परिवर्तन ब्लू डार्ट की चल रही यात्रा में एक मील का पत्थर है, जो भारत की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इसकी अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।"
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सर्विस को दोबारा ब्रांड बनाने का ब्लू डार्ट का निर्णय एक व्यापक खोज और रिसर्च प्रक्रिया से उपजा है। इसका उद्देश्य अपने ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों के अनुरूप खुद को तैयार करना है।
कंपनी ने भारत में टियर 2 और टियर 3 शहरों पर विशेष ध्यान देने के साथ अपने सेवा योग्य स्थानों का महत्वपूर्ण रूप से विस्तार किया है। इन शहरों में विकास का नए मध्यम वर्ग के उदय और उपभोग की संस्कृति से गहरा संबंध है।
कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष-23 में समग्र ई-कॉमर्स मार्केट में प्रतिशत के रूप में टियर 2 और टियर 3 शहरों की हिस्सेदारी क्रमशः 18.6 प्रतिशत और 37.1 प्रतिशत थी। कंपनी ने कहा कि इस सेक्टर में और अधिक प्रगति करने का अनुमान है।
ब्लू डार्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर बाल्फोर मैनुअल के अनुसार, रीब्रांडिंग कंपनी के लिए एक रोमांचक परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करती है, क्योंकि यह देश भर में सर्विस जारी रखे हुए है। संयोग से कई साल पहले जर्मन ऑटो प्रमुख डेमलर ने भारत में बेचे जाने वाले अपने ट्रकों को भारत बेंज के रूप में बैज किया था।
बता दें कि हाल ही में जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने G20 समिट में विदेशी नेताओं को स्पेशल डिनर के लिए आमंत्रित किया था, तो उन्होंने 'इंडिया के राष्ट्रपति' के बजाय 'भारत के राष्ट्रपति' टाइटल का इस्तेमाल किया, जिससे एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।
ऐसी अटकलें भी हैं कि 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र का उद्देश्य 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' करने के इस प्रयास को औपचारिक रूप देना है। G-20 शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने नेम प्लेट पर भी "भारत" का इस्तेमाल किया गया था।
इस कदम की विपक्ष ने तीखी आलोचना की। विपक्षी I.N.D.I.A. ब्लॉक के सदस्यों ने केंद्र सरकार पर इतिहास को विकृत करने और भारत को विभाजित करने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार के कदम को अपने गठबंधन के गठन से जोड़ा। AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पूछा कि अगर विपक्षी गठबंधन खुद को "भारत" कहने का फैसला करता है तो क्या सत्तारूढ़ पार्टी देश का नाम बदलकर 'BJP' कर देगी।