BPSC Protest: प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने मारा थप्पड़? वीडियो वायरल होने पर बवाल, लोग भड़के

BPSC Protest Escalates: पटना में जारी कड़ाके की ठंड के बीच बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। प्रदर्शनकारी छात्र न्याय और परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच, पुलिस ने प्रशांत किशोर को गिरफ्तार कर लिया है

अपडेटेड Jan 06, 2025 पर 11:29 AM
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BPSC Protest Escalates: वायरल वीडियो में बिना किसी वजह के एक पुलिसकर्मी प्रशांत किशोर को थप्पड़ मारता हुआ दिखाई दे रहा है

BPSC Protest Escalates: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी संस्थापक प्रशांत किशोर को सोमवार (6 जनवरी) तड़के गिरफ्तार कर लिया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें और उनके समर्थकों को प्रदर्शन स्थल से हटा दिया। उन्होंने बताया कि प्रशांत किशोर प्रतिबंधित क्षेत्र के पास प्रदर्शन कर रहे थे। इस तरह से उनका प्रदर्शन गैरकानूनी था। इस बीच, प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया है कि कड़ाके की ठंड के बीच उन्हें पुलिस ने ना सिर्फ जोर-जबरदस्ती करते हुए अनशन स्थल से हटाया। बल्कि उनके साथ बदसलूकी भी की है।

प्रशांत किशोर का आरोप है कि पुलिसवालों ने उन्हें थप्पड़ भी मारे है। उनकी गिरफ्तारी के दौरान काफी हंगामा हुआ, जिसका एक वीडियो भी सामने आया है। वायरल वीडियो में बिना किसी वजह के एक पुलिसकर्मी प्रशांत किशोर को कथित तौर पर थप्पड़ मारता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो में पुलिसकर्मी प्रशांत किशोर के साथियों को भी थप्पड़ मारते दिख रहा है। प्रशांत किशोर जमीन पर गिरे हुए हैं।

बीपीएसपी द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित की गई परीक्षा के पेपर कथित तौर पर लीक होने के विरोध में किशोर ने दो जनवरी को आमरण अनशन शुरू किया था। अनशन के पांचवें दिन उन्हें गिरफ्तार किया गया। जन सुराज पार्टी के समर्थकों के अनुसार, पुलिस किशोर को उनकी मेडिकल जांच के लिए पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले गई।


पुलिस का बयान

पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने पीटीआई से कहा, "हां, गांधी मैदान में धरने पर बैठे किशोर और उनके समर्थकों को पुलिस ने सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। उन्हें अब अदालत में पेश किया जाएगा।" उन्होंने कहा कि उनका धरना गैरकानूनी था, क्योंकि वे प्रतिबंधित स्थल के पास धरना दे रहे थे।

जिलाधिकारी ने कहा, "संबंधित अधिकारियों द्वारा बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद, वे वहां से नहीं हटे। जिला प्रशासन ने धरना राज्य की राजधानी के गर्दनीबाग इलाके में स्थानांतरित करने के लिए उन्हें नोटिस भी दिया गया था, जो विरोध प्रदर्शन के लिए निर्धारित स्थल है।"

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पटना पुलिस ने गांधी मैदान के प्रतिबंधित स्थल पर आमरण अनशन करने के लिए किशोर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिला प्रशासन ने एक बयान जारी कर दावा किया कि 'किशोर बिल्कुल ठीक हैं"। गिरफ्तारी के तुरंत बाद किशोर को मेडिकल जांच के लिए स्थानीय एम्स ले जाया गया। जब किशोर को एंबुलेंस में एम्स से बाहर ले जाया जा रहा था, उस दौरान उनके समर्थकों ने अस्पताल के बाहर सड़क जाम करने की कोशिश की।

एग्जाम रद्द करने की मांग

अभ्यर्थी, बीपीएसपी द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित की गई परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों के समर्थन में किशोर ने दो जनवरी को आमरण अनशन शुरू किया था। हालांकि, बीपीएससी ने 13 दिसंबर की परीक्षा में शामिल हुए कुछ छात्रों के एक समूह को फिर से परीक्षा देने का आदेश दिया था। शनिवार को यहां 22 केंद्रों पर पुन:परीक्षा आयोजित की गई।

पटना में 22 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा हुई। कुल 12,012 अभ्यर्थियों में से 8,111 ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिये थे। हालांकि, शनिवार को पुन:परीक्षा में 5,943 छात्र ही शामिल हुए। बीपीएससी ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि पुन:परीक्षा सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से हुई और किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं है।

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Akhilesh

Akhilesh

First Published: Jan 06, 2025 10:52 AM

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