भारत के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शुभमन गिल गुजरात टाइटंस के उन चार क्रिकेटरों में शामिल हैं, जिन्हें ₹450 करोड़ के पोंजी घोटाले में गुजरात CID क्राइम ब्रांच की ओर से समन भेजा जा सकता है। गिल के अलावा, जिन दूसरे क्रिकेटरों को पूछताछ के लिए बुलाए जाने की संभावना है, वे हैं साई सुदर्शन, राहुल तेवतिया और मोहित शर्मा। यह घटनाक्रम पोंजी स्कीम के सरगना भूपेंद्र सिंह जाला से पूछताछ के बाद सामने आया है
अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, पूछताछ के दौरान, भूपेंद्र सिंह जाला ने कबूल किया कि उसने इन क्रिकेटरों की ओर से स्कीम में निवेश किए गए पैसे वापस नहीं किए हैं।
रिपोर्ट के आधार पर, CID अधिकारियों ने कहा कि IPL 2024 में गुजरात टाइटंस के कप्तान रहे शुभमन गिल ने कथित तौर पर ₹1.95 करोड़ रुपए का निवेश किया था। मोहित, तेवतिया और सुदर्शन जैसों ने छोटी रकम निवेश की थी।
CID अधिकारियों के अनुसार, शुभमन गिल वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा हैं, इसलिए क्रिकेटर्स को बाद में एक साथ बुलाया जाएगा।
कौन हैं भूपेंद्रसिंह जाला?
पुलिस के अनुसार, साबरकांठा के हिम्मतनगर शहर के रहने वाले जाला ने 2020 से 2024 के बीच राज्य भर में बनाए गए अपने 17 दफ्तरों के जरिए 11000 निवेशकों से ₹450 करोड़ इकट्ठा किए थे। माना जाता है कि गिल और बाकी तीन क्रिकेटर उन 11000 निवेशकों में शामिल हैं।
DIG (CID-क्राइम) परीक्षिता राठौड़ के अनुसार, जाला ने अपनी इकाई BZ Financial Services के जरिए निवेशकों को ज्यादा रिटर्न की पेशकश के बहाने उनसे पैसा इकट्ठा किया। पुलिस ने उसे 27 दिसंबर को मेहसाणा जिले से गिरफ्तार करने से पहले लगभग एक महीने तक फरार रहा था।
वह 4 जनवरी तक हिरासत में हैं। राठौड़ ने कहा कि जाला ने निवेशकों से पैसा इकट्ठा करने के बाद ₹100 करोड़ की चल और अचल संपत्ति खरीदी। हालांकि, वादे के मुताबिक उसने पैसे नहीं लौटाए।
राठौड़ ने मीडिया को बताया, "अब तक, हमें पता चला है कि लगभग 11,000 व्यक्तियों ने जाला की फर्म द्वारा शुरू की गई योजनाओं में निवेश किया था। इनमें से लगभग 10 व्यक्तियों ने ₹1 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया था। उनके एजेंटों, कार्यप्रणाली और संपत्ति के बारे में आगे की जांच चल रही है।"