राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में प्रदूषण का स्तर इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है। दिवाली के बाद दिल्ली समेत कई राज्यों में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। शहरों में सड़कों की धूल, वाहनों का धुआं, और पराली जलाने की घटनाएं भी इस समस्या को और गंभीर बना दिया है। दिल्ली NCR के कई इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच गया है। जिससे दिल्ली वालों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है। वहीं कई लोग आंखों में जलन की समस्या का सामना कर रहे हैं। सुबह-सुबह से दिल्ली और आसपास के इलाके धुंध की चादर में लिपटे हुए नजर आते हैं।
बता दें कि दिवाली के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के स्तर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली थी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की थी। कोर्ट ने दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस आयुक्त से यह जानना चाहा कि शहर में पटाखों पर लगे प्रतिबंध को लागू करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं ?
जानिए दिल्ली के किस इलाके में कितना है AQI
दिल्ली में आज (5 नवंबर, मंगलवार) सुबह मुंडका में 466, डीआईटी में 442, आनंद विहार में 438, न्यू स्वरूप नगर में 395, कोहट इन्क्लेव में 384, भलस्वा लैंडफिल में 368, एलआईसी कॉलोनी में 364, रोहिणी में 391, पूसा में 325, लोनी में 324, अलीपुर में 320, अशोक विहार में 318, द्वारका में 316, जनकपुरी में 306, हस्तसाल में 307, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 309 AQI दर्ज किया गया। दिल्ली में सोमवार को सुबह भी धुंध की मोटी चादर छाई रही। वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही। आज भी यही हाल है। सुबह –सुबह से धुंध छाई रहती है।
NCR के किस इलाके में कितना प्रदूषण?
aqi.in के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI मंगलवार (5 नवंबर) सुबह 6 बजे 394 दर्ज किया गया। दिल्ली के बाद सबसे ज्यादा प्रदूषण हरियाणा के सोनीपत में हैं। जहां AQI 373 दर्ज किया गया है। इसके अलावा रोहतक में AQI 337, हिसार में AQI 334, गाजियाबाद में 329, नोएडा में AQI 316 और फरीदाबाद में AQI 312 दर्ज किया गया है। इसके अलावा गुरुग्राम में एक्यूआई 295 दर्ज किया गया।
जानिए कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी
अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है। 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’ माना जाता है। 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है। किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है। AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं।