Delhi Air Quality: दिल्ली में एयर क्वालिटी में बुधवार को थोड़ा सुधार देखा गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, यह लगातार चौथे दिन 'वेरी पूअर' यानि बेहद खराब कैटेगरी में रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के दैनिक बुलेटिन में साझा किए गए 24 घंटे के औसत डेटा के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शाम 4 बजे 303 था, जो कि “वेरी पूअर” कैटेगरी में आता है। 39 मॉनिटरिंग स्टेशंस में से किसी पर भी एयर क्वालिटी को 'गंभीर' कैटेगरी में नहीं देखा गया।
गुरुवार, 28 नवंबर की बात करें तो को सुबह 7 बजे राजधानी दिल्ली में AQI 351 था। वहीं गुरुग्राम में 267, गाजियाबाद में 325, नोएडा में 241 और मेरठ में 164 था। AQI को 0-50 के बीच अच्छा, 51-100 के बीच संतोषजनक, 101-200 के बीच मॉडरेट, 201-300 के बीच खराब, 301-400 के बीच बेहद खराब, 401-500 के बीच गंभीर माना जाता है।
बुधवार रात 9 बजे बवाना में था सबसे बुरा हाल
रात 9 बजे भी एयर क्वालिटी 'वेरी पूअर' कैटेगरी में थी। CPCB के डेटा के मुताबिक, सबसे खराब एयर क्वालिटी बवाना जैसे इलाकों में देखी गई। नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक, AQI आनंद विहार में 320, बवाना में 343, IGI एयरपोर्ट पर 287, आरके पुरम में 322, पटपड़गंज में 318, रोहिणी में 340, सोनिया विहार में 320, जहांगीरपुरी में 325 दर्ज किया गया।
प्रदूषण में गाड़ियों के धुएं की रही 24.6 प्रतिशत हिस्सेदारी
एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए केंद्र के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) ने बुधवार को दिल्ली के प्रदूषण के लिए व्हीकल्स से निकलने वाले एमिशन को 24.6 प्रतिशत का जिम्मेदार ठहराया। मंगलवार को प्रदूषण में 5.8 प्रतिशत हिस्सेदारी पराली जलाए जाने की थी। DSS व्हीकल्स से निकलने वाले एमिशन के लिए दैनिक अनुमान प्रदान करता है, लेकिन पराली जलाने का डेटा आम तौर पर अगले दिन उपलब्ध होता है।