दिल्ली की हवा फिर से जहरीली हो गई है। दिवाली की धुंध के बाद हालात खराब होते जा रहे हैं। ठंड से पहले दिल्लीवासियों के लिए खतरे की घंटी बज गई है। लोगों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। आनंद विहार जैसे इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 600 के पार पहुंच गया है। AQICN वेबसाइट के आंकड़ों के मुताबिक, इस मौसम में यह अब तक का सबसे खराब स्तर है। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में आज (4 नवंबर 2024) सुबह 6 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 434 दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी के अलावा, कई स्थानों पर AQI का स्तर 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। हालांकि यह दिल्ली से बेहतर है। रविवार को सबसे खराब AQI वाले शहर तेलंगाना के बहादुरपुरा (335), उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (302), नोएडा (313) और हरियाणा के सोनीपत (321) दर्ज किया गया था।
4 नवंबर को सुबह 6 बजे तक जानिए दिल्ली के किस इलाके में कितना है AQI
आज सुबह 6 बजे तक आनंद विहार की हालत सबसे ज्यादा खराब रही। आनंद विहार में 624 दर्ज किया गया। यह खतरनाक श्रेणी में है। अलीपुर में 343 (खतरनाक), पंजाबी बाग में 365 (खतरनाक), नरेला में 324 (बहुत खराब), आरके पुरम में 330 (खतरनाक), बवाना में 406 (खतरनाक) और आईटीआई शाहदरा में 394 (खतरनाक) दर्ज किया गया। IQair वेबसाइट के मुताबिक PM2.5 दर्ज किया गया है। यह प्रदूषण स्तर मौजूदा समय में WHO की ओर से तय किए गए मानक की लिमिट से 59 गुना ज्यादा है। सर्दी से पहले ही दिल्ली की जहरीली हवा ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिल्ली में प्रदूषण की वजह से इंसान के फेफड़े और मस्तिष्क को नुकसान पहुंच रहा है। इसकी वजह से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
पीयूसी न रखने वाले 54,000 वाहनों पर जुर्माना
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण मानदंडों का पालन न करने के कारण 56 निर्माण स्थलों को बंद कर दिया गया था। यह घटना 15 से 31 अक्टूबर के बीच की है। इस दौरान 597 स्थलों पर जुर्माना लगाया गया था। वहीं वैलिड प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट (पीयूसी) नहीं रखने वाले 54,000 वाहनों पर भी जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा उम्र की सीमा पार कर चुके 3,900 वाहनों को जब्त किया गया था।