राजधानी दिल्ली में इन दिनों मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। तेज हवाओं के चलते तापमान में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जिससे कभी हल्की ठंडक महसूस होती है तो कभी दिन में हल्की गर्माहट। पहाड़ों पर हुई ताजा बर्फबारी का असर दिल्ली के मौसम पर भी पड़ रहा है, जिससे सुबह और रात के समय ठंड का अहसास हो रहा है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा और बृहस्पतिवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा। हालांकि, शुक्रवार से हवाओं की रफ्तार कम होने लगेगी, जिससे तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने की संभावना है।
इस बदलाव के कारण दिल्लीवासियों को जल्द ही गर्मी का एहसास होने लगेगा। मौसम के इस उतार-चढ़ाव के चलते लोग एहतियात बरतें, खासकर वे लोग जो सर्दी-जुकाम और एलर्जी जैसी समस्याओं से ग्रस्त हैं।
धूप के बावजूद तेज हवाओं ने कम की तपिश
बुधवार को दिनभर आसमान साफ रहा और धूप भी निकली, लेकिन 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने गर्मी को ज्यादा महसूस नहीं होने दिया। अधिकतम तापमान सामान्य से 2.4 डिग्री कम 25.0 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री कम 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 70 से 24 प्रतिशत के बीच रहा।
गुरुवार को रहेगा आसमान साफ
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार को भी आसमान साफ रहेगा और 25-35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान 29 और 13 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। शुक्रवार से हवाओं की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी और इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी शुरू हो जाएगी।
दिल्ली की हवा मध्यम श्रेणी में
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 119 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है। एनसीआर के अन्य शहरों में भी वायु गुणवत्ता संतोषजनक से मध्यम श्रेणी में ही दर्ज की गई। मौसम में बदलाव के कारण फिलहाल प्रदूषण बढ़ने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
बदलते मौसम से बढ़ी बीमारियां
तेज हवाओं और बदलते मौसम का असर स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगा है। खासकर दिल्ली से सटे गाजियाबाद में बुखार और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। बुधवार को भी पूरे दिन तेज हवाएं चलती रहीं, जिससे अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी।
मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों में तापमान में बढ़ोतरी होगी, जिससे ठंडक कम होगी, लेकिन बदलते मौसम में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बनी रह सकती हैं।