Diabetes: इन दिनों डायबिटीज मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ रही है। जिसकी मुख्य वजह खराब खानपान और गलत लाइफस्टाइल है। इस बीमारी से न सिर्फ बुजुर्ग बल्कि युवा भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। डायबिटीज को काबू में रखना बेहद ही जरूर होता है। अगर आपने इसे कंट्रोल नहीं किया तो आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में अगर आप अपने बढ़ते हुए ब्लड शुगर लेवल को कम करना चाहते हैं तो दवाओं के अलावा कुछ घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं। ये घरेलू नुस्खा हरी चटनी का है। तुलसी, आजवाइन पत्ती, करी पत्ता, पुदीना कुछ ऐसे ही हर्ब हैं, जिन्हें डायबिटीज के मरीज को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
जानकारों का कहना है कि तुलसी, आजवाइन पत्ती, करी पत्ता, पुदीना की चटनी बनाएं। इसका सेवन रोटी, सब्जी, चावल के साथ कर सकते हैं। इससे इम्यूनिटी में इजाफा होता है। इस चटनी में इन चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है। ऐसे में इस ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
इस चटनी को बनाने के लिए लहसुन, अदरक, प्याज, छोटा, टमाटर, अनार दाना, बड़ा चम्मच, ताजा करी पत्ता, ताजी अजवाइन की पत्तियां, ताजी मीठी तुलसी की पत्तियां, ताजी पुदीने की पत्तियां, ताजा हरा धनिया, हरी मिर्च, नमक- स्वादानुसार, इमली/गुड़ (वैकल्पिक) कच्चा आम को शामिल करें। अगर आपको पाइल्स की शिकायत है, तो अदरक का प्रयोग नहीं करें। डायबिटीज के मरीज गुड़ का प्रयोग नहीं करें। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन सभी सामानों को अच्छी तरह से मिक्सी या सिलबट्टे में पीस लें। अब आपकी टेस्टी चटनी बनकर तैयार है। इसे उपमा, चीला, पोहा, रोटी, खिचड़ी, पराठा या फिर किसी के साथ भी खा सकते हैं।
इन मरीजों के लिए रामबाण है यह चटनी
1 - ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने के लिए डायबिटीज के मरीजों के लिए यह चटनी किसी वरदान से कम नहीं है।
2 - एसिडिटी से राहत के लिए यह चटनी बेहतर मानी गई है। इसके लिए हरी मिर्च हटा दें।
3 - हाई फाइबर सामग्री के कारण कब्ज से राहत मिलती है।
4 - एनीमिया के लिए अच्छा है, क्योंकि विटामिन C आयरन पाया जाता है।
5 - पीसीओडी, थायराइड और किसी अन्य हार्मोनल असंतुलन के लिए भी यह चटनी अच्छी मानी गई है।