डायबिटीज भारत में होने वाली एक सबसे आम बीमारी है। यह एक लंबे समय तक की बीमारी है। इसका कोई इलाज नहीं है। एक बार इस बीमारी की चपेट में आने के बाद सिर्फ दवाइयों के जरिए ही कंट्रोल किया जा सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हमारा पैक्रियाज पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है। जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदत जैसे बहुत ज्यादा कैलोरी खाना और शारीरिक रूप से कम एक्टिव रहना डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है। लिहाजा डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को अपने खानपान पर खास तौर से ध्यान देने की जरूरत है।
ऐसे में अगर आप केचप, डिब्बाबंद, रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स या स्पोर्ट्स ड्रिंक, जैसी चीजें शुगर फ्री के नाम पर ले रहे हैं तो फौरन सावधान हो जाएं। यह सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
फलों का जूस बिना चीनी मिलाए भी ब्लड शुगर बढ़ा सकता है। इसकी वजह ये है कि उनमें बहुत अधिक प्राकृतिक शुगर होती है। फलों का जूस निकालने से फाइबर भी निकल जाता है। लिहाजा जूस पीने पर ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
केचप को आमतौर पर एक स्वादिष्ट और शुगर फ्री चटनी समझकर इस्तेमाल करते हैं। लेकिन वास्तव में केचप में भरपूर मात्रा में चीनी और कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। एक चम्मच केचप में लगभग 4 ग्राम शुगर और 15-20 कैलोरीज होती हैं। इसलिए अगर आप वजन कम करना चाहते हैं या डायबिटीज से बचना चाहते हैं तो केचप का सेवन नही के बराबर करना चाहिए।
रेगुलर या डाइट सोडा में बहुत ज्यादा शुगर और आर्टिफिशियल स्वीटनेस होती है। इससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है ऐसे में डायबिटीज से पीड़ित लोगों को इससे खासतौर पर बचना चाहिए।
डिब्बाबंद फलों में अक्सर प्रीजर्वेटिव और अतिरिक्त चीनी मिलाई जाती है। ये अतिरिक्त चीनी और प्रीजर्वेटिव, फलों में मौजूद पोषक तत्वों और विटामिन्स के फायदे कम कर देते हैं। डिब्बाबंद फलों की जगह ताजे फल खरीदना हमेशा बेहतर विकल्प है।
रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स या स्पोर्ट्स ड्रिंक
बहुत से लोग ऊर्जा ड्रिंक्स या ऐसे ही रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स पीते हैं। इससे फौरन एनर्जी मिलती है। इसकी वजह ये है कि इसमें भरपूर मात्रा में चीनी मिली होती है। लेकिन यह ऊर्जा जल्दी ही खत्म हो जाती है और हमें और भी अधिक थकान महसूस होने लगती है। इसलिए स्पोर्ट्स ड्रिंक का लंबे समय तक और अधिक मात्रा में सेवन सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
फ्लेवर्ड कॉफी में अक्सर काफी चीनी मिलाई जाती है। ऐसे में अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो बेहतर होगा कि आप घर पर बिना चीनी के इसे बनाएं।