Credit Cards

डॉक्टर को मरीज से हुआ कैंसर, दुनिया में पहली बार मेडिकल जगत में सनसनी!

Cancer: जर्मनी में एक 53 वर्षीय सर्जन को ऑपरेशन के दौरान कैंसर हो गया, जब मरीज के कैंसर सेल्स डॉक्टर के शरीर में प्रवेश कर गए। यह घटना मेडिकल जगत में चौंकाने वाली है और विशेषज्ञों के लिए एक नई चुनौती पेश करती है। डॉक्टर का ट्यूमर सफलतापूर्वक हटाया गया और दो साल बाद उनकी स्थिति सामान्य रही

अपडेटेड Jan 06, 2025 पर 4:36 PM
Story continues below Advertisement
जर्मनी के एक डॉक्टर को अपने ही मरीज से हुआ कैंसर।

मेडिकल जगत में एक अजीब और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। जर्मनी में एक 53 वर्षीय सर्जन ने एक 32 वर्षीय मरीज के पेट से दुर्लभ कैंसर का ट्यूमर निकालने के लिए ऑपरेशन किया, लेकिन ऑपरेशन के दौरान खुद डॉक्टर को कैंसर हो गया। यह घटना न केवल एक दुर्लभ मेडिकल केस है, बल्कि इससे चिकित्सा विज्ञान में एक नया सवाल भी उठता है।किसी डॉक्टर के लिए ऑपरेशन के दौरान खुद को कैंसर का शिकार होते देखना बेहद चौंकाने वाली बात है, और यही कारण है कि यह मामला पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है।

ऑपरेशन के दौरान मरीज के कैंसर सेल्स डॉक्टर के शरीर में प्रवेश कर गए, जिससे डॉक्टर के शरीर में भी उसी प्रकार का ट्यूमर विकसित हो गया। यह घटना न केवल मेडिकल समुदाय को चौंका देती है, बल्कि कैंसर से संबंधित चिकित्सा पर शोध करने वाले वैज्ञानिकों के लिए भी यह एक नई दिशा और चुनौती प्रस्तुत करती है।

ऑपरेशन से कैंसर हुआ ट्रांसफर?


डेली मेल की एक खबर के मुताबीक, ऑपरेशन के दौरान मरीज के शरीर से निकलने वाले कैंसर सेल्स डॉक्टर के हाथ में कट लगने के कारण प्रवेश कर गए। आमतौर पर शरीर की इम्यूनिटी बाहरी कोशिकाओं को नष्ट कर देती है, लेकिन इस मामले में डॉक्टर की इम्यूनिटी इन कोशिकाओं को नष्ट करने में असफल रही। इसके परिणामस्वरूप, डॉक्टर के हाथ में एक छोटी सी गांठ बन गई, जो बाद में घातक ट्यूमर में बदल गई।

मेडिकल रिपोर्ट से हुई पुष्टि

विशेषज्ञों ने जांच के बाद पुष्टि की कि यह ट्यूमर मरीज के शरीर के ट्यूमर से संबंधित था। इस प्रकार का कैंसर "मैलिग्नेंट फायब्रस हिस्टियोसाइटोमा" कहलाता है, जो सॉफ्ट टिशू में विकसित होता है। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना बहुत दुर्लभ है और इसकी संभावना अत्यधिक कम होती है। ऐसे मामलों में इम्यून सिस्टम बाहरी कोशिकाओं से बचाव करने में सफल रहता है, लेकिन इस मामले में डॉक्टर का इम्यून सिस्टम इस चुनौती से निपटने में नाकाम रहा।

डॉक्टर की स्थिति और सफलता

इस चौंकाने वाली घटना के बाद डॉक्टर का ट्यूमर सफलतापूर्वक हटा लिया गया। दो साल बाद डॉक्टर की स्थिति सामान्य रही और कैंसर का दोबारा कोई संकेत नहीं मिला। यह मामला मेडिकल रिसर्च के लिए एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है और कैंसर से संबंधित चिकित्सा क्षेत्र में नए शोध के अवसरों की संभावना बढ़ाता है।

चिकित्सा जगत में नया विषय

यह घटना मेडिकल दुनिया में एक नई दिशा की शुरुआत कर सकती है। विशेषज्ञ इस घटना को लेकर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और इसे एक महत्वपूर्ण केस स्टडी के रूप में लिया जा रहा है। यह घटना चिकित्सा विज्ञान में और अधिक शोध की आवश्यकता को दर्शाती है, ताकि ऐसे दुर्लभ मामलों का समाधान निकाला जा सके।

Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में सेना की गाड़ी खाई में गिरी, 2 जवान शहीद

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।