ट्विटर (Twitter) को खरीदने के कुछ दिनों बाद ही एलॉन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया (Social Media) कंपनी के कर्मचारियों के लिए कई नए नियम बना दिए हैं। ट्विटर पर कुछ इंजीनियरों को कथित तौर पर दिन में 12-12 घंटे और हफ्ते में सात दिन काम करने के लिए कहा गया है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? तो इसका जवाब ये है कि उन्हें अपने नए बॉस, एलॉन मस्क की तरफ से ट्विटर के लिए तय किए गए बदलाव तय समय के भीतर पूरे करने हैं।
एक रिपोर्ट में कंपनी के इंटरनल कम्यूनिकेशन के हवाले से बताया, ट्विटर के मैनेजर्स ने कुछ कर्मचारियों को मस्क की सख्त डेड लाइन को पूरा करने के लिए, हफ्ते में सात दिन, 12-12 घंटे की शिफ्ट में काम करने का निर्देश दिया है।
रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि कुछ ट्विटर कर्मचारियों को बिना किसी ओवरटाइम सैलरी या कॉम्प टाइम के शिफ्ट से अलग घंटों-घंटों काम करने को कहा गया है। सबसे हैरानी की बात ये है कि इन कर्मचारियों को ये भी मालूम नहीं कि भविष्य में इनकी नौकरी रहेगी या जाएगी।
ट्विटर के कर्मचारियों को नवंबर की शुरुआत की समय सीमा दी गई है। इस डेड लाइन को जो पूरा नहीं कर पाएगा, वो सोशल मीडिया कंपनी में अपनी नौकरी खो सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "नवंबर से पहले इस टारगेट को पूरा करने को लेकर ट्विटर के दफ्तर के भीतर करो या मरो जैसी स्थिति पैदा हो गई है।"
आपके दिमाग में भी आ रहा होगा कि आखिर इन इंजीनियर्स ऐसा क्या टास्क मिला है? तो बता दें कि इस सब में जो सबसे बड़ा टास्क है, वो है ट्विटर पर पेड वैरिफिकेशन फीचर को शुरू करना।
एलॉन मस्क ने ट्विटर पर ब्लू टिक के बदले पैसे लेने के ऐलान कर दिया है। माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर कई लोगों ने इस फैसले का विरोध और आलोचना की है। मस्क ने ब्लू टिक के लिए हर महीने 8 डॉलर यानी करीब 660 रुपए चार्ज करने का फैसला किया है।
Twitter में तगड़ी छंटनी करेंगे Elon Musk!
मामले से जुड़े लोगों के अनुसार, वीकेंड में, डायरेक्ट और वाइस प्रेसिडेंट लेवल की पोस्ट के कर्मचारियों को निकाल दिया गया है। इन लोगों ने बताया कि बाकी लीडर्स को वीकेंड में अपनी टीमों के ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट बनाने के लिए कहा गया, जिन्हें नौकरी से निकाला जा सकता है।
मामले से जुड़े एक व्यक्ति के अनुसार, प्रोडक्शन टीमों के वरिष्ठ कर्मियों को 50% तक छंटनी करने का टारगेट रखने के लिए कहा गया था। इस शख्स ने पहचान न उजागर करने की शर्त पर कहा, इन लिस्ट को टेस्ला के इंजीनियरों और डायरेक्टर लेवल के कर्मचारी जांच रहे हैं।