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Ganesh Chaturthi 2023: घर-घर विराजेंगे बप्पा, भगवान गणेश को नहीं चढ़ाई जाती तुलसी, जानिए पूजा की सही विधि

Ganesh Chaturthi 2023: गणपति उत्सव की शुरुआत 19 सितंबर से होगी। यह उत्सव 10 दिन तक मनाया जाता है। 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश जी की मूर्तियों का विसर्जन होगा। इसे गणेश चतुर्थी, गणेश उत्सव या विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। मान्यता है कि बप्पा की शुभ मुहूर्त में मूर्ति स्थापित और पूजा करने से जीवन के दुख दूर हो सकते हैं

Jitendra Singhअपडेटेड Sep 18, 2023 पर 4:24 PM
Ganesh Chaturthi 2023: घर-घर विराजेंगे बप्पा, भगवान गणेश को नहीं चढ़ाई जाती तुलसी, जानिए पूजा की सही विधि
Ganesh Chaturthi 2023: हर साल गणेश चतुर्थी का पर्व भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी का त्योहार देशभर में 19 सितंबर से शुरू होगा। गणेश चतुर्थी का त्योहार 10 दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान भगवान गणेश की पूर्जा अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम के लिए भगवान गणेश को पहले पूजा जाता है। किसी भी मांगलिक कार्य को करने से पहले भगवान गणेश पूजा करना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि विघ्नहर्ता गणेश जीवन की सभी परेशानियों को दूर कर देते हैं। गणेश चतुर्थी के दिन देशभर में गणपति बप्पा के जगह-जगह पंडाल लगते हैं। गणेश जी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। शुभ मुहूर्त में ही मूर्ति स्थापित करना चाहिए।

मूर्ति स्थापना के लिए आपको लाल या पीला वस्त्र चाहिए, चौकी बप्पा की प्रतिमा रखने के लिए, बप्पा के लिए वस्त्र, घी का दीया, शमी का पत्ता, गंगाजल, पंतामृत, सुपारी, जनेऊ, मोदक, चंदन, अक्षत, धूप, फल, फूल और दूर्वा की जरूरत पड़ती है।

गणेश चतुर्थी 2023 शुभ मुहूर्त

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गणेश चतुर्थी 18 सितंबर 2023 को दोपहर 12:39 बजे शुरू होगी। 19 सितंबर को रात 8:43 बजे खत्म होगी। सुबह 11:01 बजे से दोपहर 01:28 बजे तक भी गणेश पूजा की जा सकती है। यानी यह अवधि कुल मिलकर 2 घंटे और 27 मिनट की होगी। सुबह 09:45 बजे से रात 08:44 बजे तक गणेश चतुर्थी पर चंद्रमा के दर्शन से बचने की सलाह दी जाती है।

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