भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने हाल ही में News18 को दिए एक इंटरव्यू के दौरान 'पान मसाला' का विज्ञापन करने वाले भारतीय क्रिकेटरों की आलोचना करते हुए जमकर निशाना साधा। बता दें कि हाल ही में समाप्त हुए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2023) के दौरान पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर, कपिल देव, वीरेंद्र सहवाग और क्रिस गेल जैसे विश्व प्रसिद्ध खिलाड़ियों को एक प्रसिद्ध पान-मसाला कंपनी द्वारा बनाई गई माउथ-फ्रेशनर 'सिल्वर-कोटेड इलायची' का प्रचार करते देखा गया। हालांकि गंभीर ने इनमें से किसी भी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया, लेकिन पान मसाला का विज्ञापन करने वाले क्रिकेटर्स को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पैसे कमाने के और भी तरीके हैं। पूर्व क्रिकेटर ने इसे "घृणित और निराशाजनक" बताया।
गौतम गंभीर ने टीवी चैनल News18 से बातचीत के दौरान कहा कि इन खिलाड़ियों को लाखों-करोड़ों लोग फॉलो करते हैं और बच्चे इन्हें अपना रोल मॉडल मानते हैं। लेकिन ये लोग बिना कुछ सोचे-समझे पान मसाला का प्रचार कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लोकसभा सांसद ने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बारे में एक दिलचस्प किस्सा बताया, जिसमें कहा गया था कि क्रिकेट के दिग्गज ने 'पान मसाला' के विज्ञापन के लिए 20 करोड़ रुपये के आकर्षक प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
गौतम गंभीर ने इंटरव्यू में कहा, "मैंने अपने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि कोई क्रिकेटर पान मसाला का विज्ञापन करेगा। यह बहुत ही निराशाजनक और घृणित है। इसलिए मैं कहता हूं कि अपने आदर्श सोच-समझकर चुनिए। आप क्या मिसाल कायम कर रहे हैं? किसी की पहचान उसके नाम से नहीं, उसके काम से होती है। करोड़ों बच्चे आपको देख रहे हैं। पैसा इतना महत्वपूर्ण नहीं है कि आप पान मसाला का प्रचार करने लगें। पैसे कमाने के और भी कई तरीके हैं। आपको इस तरह के काम करने के बजाय बड़ा चेक गंवाने का साहस होना चाहिए।"
उन्होंने 2018 का एक व्यक्तिगत किस्सा साझा किया जब उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान के रूप में पद छोड़ने के बाद 3 करोड़ रुपये के एक लुभावने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। गंभीर ने कहा कि 2018 में जब उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स (DC) की कप्तानी छोड़ी थी, तो उन्हें एक पान मसाला का विज्ञापन करने के लिए 3 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने सिद्धांतों से समझौता न करना चुना।
गंभीर ने बताया कि सचिन तेंदुलकर ने अपने पिता से किसी भी शराब या तंबाकू ब्रांड का समर्थन नहीं करने का वादा किया था। इस वजह से उन्होंने प्रति वर्ष 20 से 30 करोड़ रुपये के आकर्षक प्रस्ताव को ठुकरा दिया। गंभीर ने तेंदुलकर के फैसले को बच्चों के लिए एक वास्तविक रोल मॉडल करार दिया। बता दें कि भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलकर ने भी कभी ऐसे प्रोडक्ट्स का प्रचार नहीं किया।