गुजरात में तेज बारिश और बाढ़ के चलते पिछले तीन दिनों में 15 लोगों की मौत हो गई है। राजकोट, आणंद, मोरबी, खेड़ा, वडोडरा और द्वारका में सेना को तैनात किया गया है। सेना और NDRF ने मिलकर 20,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पुहंचा दिया है। अलग-अलग जिलों से 3000 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है। अहमदाबाद, राजकोट, बोटाद, आणंद, खेड़ा, महिसागर, कराच और मोरबी जिलों के प्राइमरी-सेकेंडरी स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टी कर दी गी है। मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ में भारी बारिश की आशंका जताई है।
राज्य में पिछले 48 घंटों से हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। इसकी वजह से निचले इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। भारी बारिश के कारण राजकोट में शहर की सड़कों पर इतना पानी है कि गाड़ियां पूरी तरह से डूब चुकी हैं। घरों में इतना पानी भर गया है कि बुजुर्गों को कंधों पर उठाकर रेस्क्यू किया जा रहा है।
गुजरात के बांध हो गए ओवरफ्लो
बाढ से बचाव के लिए NDRF की 14 टीमें और SDRF की 22 टीमें पहले से ही तैनात की जा चुकी हैं। राजकोट में दो दिन में 20 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। पंचमहल में तीन बड़े बांध भारी बारिश की वजह से ओवरफ्लो हो गए हैं। इनसे लाखों क्यूसेक पानी अबतक छोड़ा जा चुका है। बारिश और बांध से छोड़े जा रहे पानी की वजह से आसपास के इलाकों में बाढ़ आ गई है। गुजरात के खेड़ा में शेढी नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि पास के गांव जलमग्न हो गए हैं। नदी के पास बने एक गौशाला में 15 लोग करीब 12 घंटे तक फंसे रहे। इन्हें SDRF टीम ने सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाया।
गुजरात में 100 फीसदी से ज्यादा बारिश, 2 दिन रेड अलर्ट
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में सालाना औसत बारिश का आंकड़ा 100 फीसदी से ज्यादा हो गया है। राज्य के 76 बांध और तालाब 100 फीसदी भरे हुए हैं। IMD ने बताया है कि सौराष्ट्र-कच्छ में 2 दिन तक बारिश का रेड अलर्ट है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी बारिश का दौर जारी रहेगा। 40-60 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। कई जिलों में बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है।