Hemoglobin Range: हीमोग्लोबिन अगर खून में सही हो तो शरीर में मस्तिष्क से लेकर दिल और पूरा शरीर बेहतर तरीके से काम करता रहेगा। हीमोग्लोबिन की कमी से कई तरह की कठिनियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि अत्यधिक कमी से जान तक जा सकती है। इसलिए हीमोग्लोबिन के स्तर को शरीर में बनाएं रखना बेहद जरूरी है। खून के जरिए पूरे शरीर के अंग-अंग में पोषक तत्व, हार्मोन, गैस आदि पहुंचती रहती है। वेस्ट मैटेरियल को भी शरीर से बाहर निकालता रहता है। खून शरीर के तापमाम को हमेशा कंट्रोल करता रहता है। एक वयस्क इंसान के शरीर में 4 से 5 लीटर खून होना चाहिए।
खून के RBC में हीमोग्लोबिन मौजूद होता है। जीवन के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है। इसकी वजह ये है कि फेफड़े से ऑक्सीजन को लेकर शरीर के अंग-अंग में पहुंचाता है। कम हीमोग्लोबिन होने से शरीर के लिए इन कार्यों को करना मुश्किल हो सकता है।
शरीर में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए?
पुरुषों में सामान्यत: 13.5-17.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर का स्तर हीमोग्लोबिन का सामन्य स्तर होता है। जबकि महिलाओं में ये स्तर 12.0 - 15.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर हीमोग्लोबिन की मात्रा नार्मल मानी जाती है। इससे कम होने से एनीमिया, थकान, सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी, स्किन में पीलापन, चक्कर, छाती में दर्द, हाथ-पैर में ठंडापन, सिर दर्द आदि की शिकायत हो सकती है। प्रेग्नेंसी और पीरियड्स के वजह से यह परेशानी महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा रहती है। प्रेग्नेंट महिलाओं में अगर एनीमिया हो जाए तो यह पेट में पल रहे बच्चों को भी नुकसान पहुंच सकता है।
उम्र के अनुसार सामान्य हीमोग्लोबिन का स्तर नवजात: 14-24 g/dL
6 महीने-1 साल: 9.5-14 g/dL
वयस्क महिलाएं: 12-16 g/dL
गर्भवती महिलाएं : >11 g/dL
खजूर में आयरन की मात्रा पाई जाती है। जिससे हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ जाता है। खजूर उन फलों में से एक है जिनमें आयरन (Fe), विटामिन C, विटामिन B कॉम्प्लेक्स और फोलिक एसिड की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। ऐसे में खजूर का सेवन करके लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सुधार और एनीमिया को रोकने में मदद कर सकता है।
लाल साग खाना सेहतमंद होता है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण शामिल होते हैं। जानकारों का कहना है कि लाल साग आयरन का एक अच्छा स्रोत है। यह खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा और लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाने में मदद करता है।