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मंदिरों से लेकर रेलवे स्टेशनों तक...धार्मिक आयोजनों में पहले भी श्रद्धालुओं की जा चुकी है जान, जानें- भगदड़ का काला इतिहास

Stampedes in India: भारत में कुंभ मेला, सबरीमाला मंदिर और रेलवे स्टेशनों के अलावा कई प्रमुख धार्मिक आयोजनों के दौरान भगदड़ में सैकड़ों श्रद्धालुओं की दुखद जान जा चुकी है। पिछले महीने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ मेले में भगदड़ मचने से कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी को देर रात भगदड़ मचने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। इसमें से ज्यादातर यात्री प्रयागराज महाकुंभ के लिए जा रहा थे

अपडेटेड Feb 17, 2025 पर 6:34 PM
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Stampedes in India: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए

Stampedes in India: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी को देर रात भगदड़ मचने से पांच बच्चों समेत कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। भगदड़ में एक दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। भगदड़ रात करीब 8 बजे मची, जब यात्री महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में सवार होने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीढ़ियों से उतरते समय कुछ यात्री फिसल गए और दूसरों पर गिर गए जिससे यह घटना घटी।

रेलवे ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। जबकि, गंभीर रूप से घायलों को ढाई-ढाई लाख रुपये एवं मामूली रूप से घायल यात्रियों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब किसी धार्मिक आयोजन से जुड़े भगदड़ में श्रद्धालुओं की जान गई हो। भारत में कुंभ मेला, सबरीमाला और रेलवे स्टेशनों के अलावा अन्य कई प्रमुख धार्मिक आयोजनों में भगदड़ हो चुकी हैं। इन हादसों में सैकड़ों भक्तों की दुखद जानें भी जा चुकी हैं।


बड़ी घटनाओं पर डालें एक नजर

- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 29 जनवरी 2025 को महाकुंभ मेले के सबसे पवित्र दिन भगदड़ मचने से कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। भगदड़ रात करीब 1-2 बजे हुई जब संगम में स्नान करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी और तड़के बड़ा हादसा हो गया। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु पहुंचे, जिससे भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इसी दौरान भगदड़ मच गई। इस त्रासदी ने भीड़ नियंत्रण के खामियों को उजागर किया।

- उत्तर प्रदेश के हाथरस में जुलाई 2024 में एक धार्मिक सभा के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई। वहीं, इस हादसे में करीब 150 से अधिक लोग घायल हो गए थे। हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिंदू उपदेशक नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा को देखने के लिए इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान सत्संग में भगदड़ मच गई। हाथरस जिले के फुलरई मुगल गढ़ी गांव के पास 2 जुलाई 2024 को भगदड़ मची थी।

- मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर 29 सितंबर 2017 को भगदड़ मचने से कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई और 39 लोग घायल हो गए। भगदड़ की शुरुआत एक यात्री के गिरने के बाद हुई। इसके बाद लोग भारी बारिश के बीच पुल के ढहने के डर से भागने लगे। बाद में एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर प्रभादेवी रेलवे स्टेशन कर दिया गया। लोगों के बीच अफवाह फैली थी कि स्टेशन पर स्थित फुटओवर ब्रिज भारी बारिश के चलते गिर गया है, जिसका बाद अफरातफरी मच गई।

- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में 10 फरवरी 2013 को कुंभ मेले में भगदड़ से कम से कम 40 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। इनमें 27 महिलाएं और एक आठ साल की बच्ची शामिल थी। प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की बंपर भीड़ थी। भगदड़ की वजह साफ तौर पर पता नहीं चली। लेकिन कई लोगों ने बताया कि फुट ओवरब्रिज पर भगदड़ हुई और लोग गिरते चले गए।

- केरल में 14 जनवरी 2011 को एक धार्मिक उत्सव के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई। जबकि दर्दनाक हादासे में 40 से अधिक लोग घायल हो गए। भगदड़ की वजह प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्री थे।

- 30 सितंबर 2008 को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में नवरात्रि के दौरान चामुंडा देवी मंदिर में भगदड़ मचने से 250 तीर्थयात्रियं की दुखद मौत हो गई थी। यहां नवरात्रि पर पर पूरे देश के कोने कोने से भारी संख्या में भक्त आते हैं। लोग पूजा-अर्चना के बाद माता जी से अर्जी लगाते हैं।

- हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध नैना देवी मंदिर में भूस्खलन की अफवाह के कारण मची भगदड़ में कम से कम 145 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। यह हादसा तीन अगस्त 2008 को घटी थी। यहां हर सीजन में कई राज्यों से भक्त आते हैं।

- महाराष्ट्र के प्रसिद्ध मंधारदेवी मंदिर में भगदड़ मचने से 265 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो गई। 25 जनवरी 205 को यह हादसा मंदिर की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर फिसलन के कारण हुआ।

- वहीं, महाराष्ट्र के नासिक में 27 अगस्त 2003 को कुंभ मेले में गोदावरी नदी के तट पर मची भगदड़ में करीब 39 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि इस भयावह हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

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