Holi 2024: होली का त्योहार हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इसे फाल्गुन महीने में मनाया जाता है। इस त्योहार का हर कोई बेसब्री से इंतजार कर रहा होता है। होली के त्योहार पर लोग जमकर रंग खेलते हैं। क्या बच्चे, क्या बड़े, सभी होली के रंगों में सराबोर होते हैं। देश के कई राज्यों में होली को अलग-अलग नाम से पुकारते हैं। हर राज्य में होली को मनाने के तरीके भी अल-अलग हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के पूर्णिमा के दिन होली का त्योहार मनाया जाता है और पंचमी को रंग पंचमी मनाई जाती है।
बिहार, उत्तर प्रदेश में होली को फगुआ, फाग और लठमार होली कहते हैं। खासकर मथुरा, नंदगांव, गोकुल, वृंदावन और बरसाना में इसकी धूम रहती है। महाराष्ट्र में होली को फाल्गुन पूर्णिमा और रंग पंचमी के नाम से जानते हैं। गोवा मछुआरा समाज होली को शिमगो या शिमागो कहते हैं। गुजरात में गोविंद होली की खास धूम रहती है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में होली को डोल पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। वहीं कर्नाटक में होली के पर्व के कामना हब्बा के रूप में मनाते हैं।
पंजाब में होली का त्योहार बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। यहां होली का त्योहार होला मोहल्ला के नाम से प्रसिद्ध है। ये त्योह श्री आनंदपुर साहिब में तीन दिनों तक मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान आनंदपुर साहिब में म्यूजिक और कविता प्रतियोगिता करवाई जाती है।
उत्तर भारत की तरह ही दक्षिण भारत में भी अलग-अलग तरीके से होली मनाई जाती है। कर्नाटक के हंपी शहर में मनाई जाने वाली होली इसका एक अच्छा उदाहरण है। हंपी में लोग होली के उत्सव पर ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस निकालते हैं और नृत्य करते हैं। रंग खेलने के बाद लोग तुंगभद्रा नदी और अन्य नदियों में स्नान करने जाते हैं। हंपी की होली देखने भी दूर-दराज से लोग यहां आते हैं।
उत्तराखंड के कुमाऊं इलाके में होली के त्योहार को लोग बड़े धूमधाम से मनाते हैं हालांकि, यहां लोग रंगो के अलावा संगीत को ज्यादा तरजीह देते हैं।
उदयपुर में मेवाड़ के शाही परिवार की ओर से होली का त्योहार आयोजित किया जाता है। यहां सजाए गए शाही घोड़ों और बैंड के साथ एक जुलूस निकलता है। इसके अलावा, एक पारंपरिक अलाव जलाया जाता है। होलिका के पुतले को आग लगाई जाती है।