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Diabetes: अलसी के दानों-दानों से खत्म होगा ब्लड शुगर, जानिए कैसे करें सेवन

Diabetes: डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है, इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। बेहतर खानपान और लाइफ स्टाइल से मरीज से आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स शुगर के मरीजों को उन चीजों को खाने की सलाह देते हैं। जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम हो। इसके लिए असली के बीज भी बेहतर माने गए हैं। इससे ब्लड शुगर लेलव को कंट्रोल कर सकते हैं

Jitendra Singhअपडेटेड Jun 08, 2023 पर 11:34 AM
Diabetes: अलसी के दानों-दानों से खत्म होगा ब्लड शुगर, जानिए कैसे करें सेवन
Diabetes: डायबिटीज के रोगियों को रोजाना एक छोटा चम्मच अलसी के बीजों का सेवन करना चाहिए

Diabetes: देश में डायबिटीज के मरीज से तेजी बढ़ रहे हैं। लाखों लोग डायबिटीज के साथ जी रहे हैं। डायबिटीज होने पर मरीज का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल से बाहर हो जाता है। जिससे की तरह की समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। फिलहाल डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है। यह वजह है कि इसे हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के साथ कंट्रोल कर सकते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों के लिए अलसी के बीज काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इन बीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है। इसमें अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जिससे ब्लड शुगर कम करने के साथ-साथ शुगर के पेशेंट को होने वाली थकान को भी दूर करने में मदद मिलती है।

डायबिटीज के रोगियों को रोजाना एक छोटा चम्मच अलसी के बीजों का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। इसके लिए पहले आप इन बीजों को हल्का भून लें उसके बाद इसे ठंडा कर लें। फिर इन्हें अच्छी तरह चबाकर खाएं। इस बात का ध्यान रखें कि इन बीजों को दिन और रात में खाना खाने से आधा घंटा पहले ही खाएं।

अलसी के बीजों में फाइबर का भंडार

अलसी के बीज को सुपर फूड माना जाता है। इसकी वजह यह है कि इनमें भारी मात्रा में फाइबर, ओमेगा 3 फैटी और प्रोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं। अपने इन गुणों के कारण अलसी के बीज कैंसर के विकास के जोखिम को कम करने, गठिया को रोकने, हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने और डायबिटीज में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का काम करते हैं। अलसी के बीजों में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं। यही वजह है कि अलसी के बीज डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छे होते हैं। सबसे बड़ी बात कि फाइबर की वजह से आपको कब्ज को रोकने और आंतों के कामकाज को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। इससे पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है।

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