रेलवे ने यात्रियों की सुविधाओं के लिए एक बार फिर टिकटों के रिजर्वेशन नियम में बदलाव कर दिया है। इंडियन रेलवे ने रिजर्वेशन कराने के लिए टिकट बुकिंग के समय में बड़ा बदलाव किया है। अब 120 नहीं, बल्कि सिर्फ 60 दिन पहले ट्रेनों में रिजर्वेशन करा सकेंगे। भारतीय रेलवे ने ARP यानी एडवांस रिजर्वेशन पीरियड को घटाकर 2 महीने कर दिया है। भारतीय रेलवे के ये नए नियम 1 नवंबर 2204 से लागू हो जाएंगे। रेल मंत्रालय ने इस बारे में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। हालांकि, एडवांस ट्रेन टिकट बुकिंग के नए नियमों का पहले से बुक किए गए टिकटों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
मौजूदा समय में टिकट बुकिंग IRCTC की वेबसाइट, ऐप और रेलवे के बुकिंग काउंटर्स से होती है। IRCTC से हर दिन 12.38 लाख टिकट बुक होते हैं। इस नए आदेश से विदेशी यात्रियों के एडवांस रिजर्वेशन पीरियड पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही जिन गाड़ियों का एआरपी पहले ही कम है। उन पर भी इसका असर नहीं होगा। ऐसी गाड़ियों में गोमती एक्सप्रेस और ताज एक्सप्रेस जैसी गाड़ियां शामिल हैं।
रेलवे की ओर से नियमों में बदलाव के पीछे एक वजह बताई जा रही है। जिसमें कहा गया है कि रेल मंत्रालय का मकसद ट्रेनों के कैंसिल होने पर पैसेंजर्स को होने वाली समस्याओं पर लगाम लगाना है। इसके साथ ही लोगों के ट्रैवल प्लान्स को आसान बनाना है।
2015 में रेलवे ने एडवांस रिजर्वेशन पीरियड बढ़ाया था
1 अप्रैल, 2015 तक एडवांस रिजर्वेशन पीरियड 60 दिन था। सरकार ने तब बुकिंग अवधि को 120 दिन करने पर तर्क दिया था कि अवधि आगे बढ़ाने से दलाल हतोत्साहित होंगे। इसमें ज्यादा कैंसिलेशन चार्ज देना होगा। हालांकि, तब कई लोगों ने तर्क दिया था कि रिजर्वेशन पीरियड को आगे बढ़ाने का रेलवे का मकसद अतिरिक्त 60 दिनों के लिए ब्याज के साथ-साथ कैंसिलेशन की ज्यादा संख्या के माध्यम से एडिशनल रेवेन्यू कमाना है।
रेलवे लगातार दलालों पर भी कर रहा कार्रवाई
टिकट बुकिंग आसान बनाने और सबको टिकट मिल सके इसके लिए रेलवे की तरफ से लगातार कोशिश की जा रही है। रेलवे की तरफ से अवैध तरीके से टिकट बुक करने वालों के खिलाफ भी लगातार अभियान चलाया जाता है। रेलवे का फोकस सुविधाओं को और आसान बनाने का है।