International Women Day 2024: महिलाओं के संघर्ष और कामयाबी से जुड़ी जानिए अहम बातें, 15 फैक्ट्स जो आपको कर देंगे हैरान
International Women Day 2024: अतंरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को लोग सेलिब्रेट तो करते हैं लेकिन बेहद ही कम लोग महिलाओं के स्ट्रगल को समझ पाते हैं। सदियों से महिलाएं कई तरह के अत्याचारों का सामना करती आई हैं। इसके बावजूद सारी रूढ़ियों को तोड़ ये तेजी से आगे बढ़ रही हैं। आइए जानते हैं महिला दिवस से जुड़े 15 दिलचस्प फैक्ट्स-
सदियों से अत्याचारों का सामना कर रहीं महिलाओं के दिवस के बारे में आप ये नहीं जानते होंगे
International Women Day 2024: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन लैंगिक समानता (Gender Equality),समाज में महिलाओं की भूमिका, महिलाओं के खिलाफ दुर्व्यवहार (Women Atrocities), महिलाओं के समान अधिकार (Women Equality) और इस बारे में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। भले ही दुनिया 2024 में पहुंच गई लेकिन आज भी कई ऐसे देश हैं जहां महिलाएं स्वतंत्र (Women Freedom) नहीं है। उनके जीवन के अहम फैसले पुरुषों पर निर्भर करते हैं। उन्हें खुलकर जीने और पुरुषों के समान अवसर नहीं दिए जाते। UNESCOके मुताबिक "बीसवीं सदी में उत्तरी अमेरिका और यूरोप में श्रमिक आंदोलनों से इंटरनेशनल महिला दिवस का जन्म हुआ।”
International Women Day पर महिलाओं की परेशानियों को कम करने का प्रण करें
महिला दिवस महिलाओं की समस्याओं, घर और कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव, महिलाओं के रिप्रोडक्शन संबंधी मामले, महिलाओं के यौन शोषण और महिलाओं पर ही केंद्रित ऐसे ही अन्य मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। लोग इसे एक छोटे सेलिब्रेशन की तरह समझते हैं लेकिन इसका काफी गहरा मतलब है।
इंटरनेशनल महिला दिवस के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य जिन्हें जानकर खुल जाएंगे दिमाग के ताले-
पहली बार महिला दिवस USA में 28 फरवरी 1909 को मनाया गया। ये उन 15,000 महिलाओं की याद में मनाया गया था, जिन्होंने कठोर कामकाजी परिस्थितियों, ज्यादा घंटों तक काम और कम वेतन के खिलाफ न्यूयॉर्क में विरोध प्रदर्शन किया था।
2. महिला अधिकारों की समर्थक, कार्यकर्ता और महिला अधिकारों की समर्थक क्लारा ज़ेटकिन सबसे पहले महिला दिवस के दिन दुनिया भर में हॉलिडे की मांग को लेकर आई थीं।
3. महिला दिवस के मौके पर कुछ लोग बैंगनी, हरे और सफेद रंग के कपड़े पहनते हैं। बैंगनी रंग सम्मान और न्याय का प्रतीक है, हरा रंग आशा और सफेद रंग पवित्रता का प्रतीक है। सोशल एंड पॉलिटिकल यूनियन (WSPU) ने 1908 में रंगों का ये कॉनसेप्ट इजाद किया था।
4. रूस सहित कई देशों में महिला दिवस को नेशनल हॉलिडे के रूप में मनाया जाता है। चीन में बहुत सी महिलाओं को 8 मार्च को आधे दिन की छुट्टी मिलती है।
5. भारतीय संविधान में महिलाओं के लिए पांच मौलिक अधिकार हैं जिनमें शिक्षा का अधिकार, स्वास्थ्य सेवा का अधिकार, काम करने का अधिकार, राजनीति में भाग लेने का अधिकार और सम्मान के साथ जीने का अधिकार शामिल है। आप अपने आस-पास की महिलाओं को इसकी जानकारी दे सकते हैं।
6. सर्बिया, अल्बानिया, उज्बेकिस्तान और मैसेडोनिया जैसे कुछ देशों में, मां के रूप में महिलाओं के महत्व को दर्शाने के लिए महिला दिवस को मातृ दिवस यानि मदर्स डे के साथ जोड़ा गया है।
7. संयुक्त राज्य अमेरिका में मार्च को वुमेन हिस्ट्री मंथ के रूप में भी मनाया जाता है।
8. इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियनकी रिपोर्ट के अनुसार 2022 तक केवल 63% महिलाएं इंटरनेट का उपयोग करती थीं, जबकि 69% पुरुष इंटरनेट का उपयोग करते थे। धीरे-धीरे इस आंकड़े में भी सुझार देखने को मिल रहा है।
9. 2022 में जेंडर स्नैपशॉट रिपोर्ट के अनुसार, 38% महिलाओं ने व्यक्तिगत रूप से ऑनलाइन हिंसा का अनुभव किया।
10. विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2050 तक 75% नौकरियां STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्रों से संबंधित होंगी। फिर भी आज, AI में केवल 22% पदों पर ही महिलाएं काबिज हैं।
11. महिला दिवस का दूसरा नाम "महिला अधिकारों और अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र दिवस" है।
12. 1975 मेंसंयुक्त राष्ट्र ने आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को अपनाया। उन्होंने इस वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष भी घोषित किया।
13. 1917 में रूस में महिला दिवस मनाया गया और इसी दिन उन्हें देश में वोट देने का अधिकार मिला।
14. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत 100 साल पहले बताई जाती है। सूत्रों के अनुसार, पहला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 19 मार्च 1911 को मनाया गया था, जिसमें जर्मनी, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया और डेनमार्क से 1 मिलियन से अधिक लोगों ने भाग लिया था।
15. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, मर्लिन वोस सावंत नाम की महिला अब तक की सबसे अधिक आईक्यू वाली इंसान हैं। उनके 228 के परफेक्ट स्कोर को अब तक कोई नहीं तोड़ पाया है।