खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। शुरूआती जानकारी के मुताबिक, निज्जर को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित एक गुरुनानक सिख गुरुद्वारा के पास 2 अज्ञात बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारी। निज्जर इस गुरुद्वारे का प्रधान भी था। निज्जर आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का चीफ था। वह कनाडा में रहकर लंबे समय से पंजाब में खालिस्तानी मूवमेंट को हवा दे रहा था। उसे भारत सरकार ने डेजिग्नेटेड आतंकी घोषित किया था। हाल ही में भारत सरकार ने 41 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उसमें हरदीप निज्जर का नाम शामिल था।
सूत्रों ने बताया कि कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के पंजाबी बहुल सरे शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह गुरु नानक सिख गुरुद्वारे का अध्यक्ष था। साथ ही वह प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक समूह निज्जर सिख फॉर जस्टिस (SFJ) नाम के संगठन से जुड़े था। उसने ब्रैम्पटन शहर में खालिस्तान जनमत संग्रह कराने में अहम भूमिका निभाई थी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इससे पहले निज्जर के खिलाफ कथित तौर पर आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में आर्जशीट दायर किया था। भारत ने कनाडा के अधिकारियों से पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए निज्जर के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। बताया गया है कि निज्जर की हत्या के सिलसिले में कुछ गिरफ्तारियां की गई हैं।
सिख फॉर जस्टिस ने भारत सरकार को ठहराया जिम्मेदार
सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नून ने भी CNN News18 से निज्जर की मौत की पुष्टि की है। पन्नून ने उसकी हत्या के लिए भारतीय एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया है। गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के अध्यक्ष और अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस के सदस्य निज्जर को भारत सरकार द्वारा हिंसा के कृत्यों में शामिल होने के कारण 'वांछित आतंकवादी' घोषित किया गया था।
उसका नाम हाल ही में भारत सरकार द्वारा जारी 41 नामित आतंकवादियों की सूची में शामिल किया गया था। उसके संगठन सिख फॉर जस्टिस पर भी भारत में बैन है। अपनी भारत विरोधी गतिविधियों के लिए जाने जाने वाले कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर पर 2022 में NIA ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। निज्जर पर रिपुदमन सिंह मलिक की हत्या का भी आरोप था, जिसे 1985 के एयर इंडिया आतंकवादी बम विस्फोट मामले में बरी कर दिया गया था।