Layoff News: फास्ट-फूड चेन मैकडोनाल्ड्स (McDonald's) में छंटनी की तलवार लटक गई है। कंपनी ने इसकी शुरुआत कर दी है और पहले चरण के तहत इस हफ्ते अमेरिका में अपने कुछ ऑफिसों को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है। यह फैसला एंप्लॉयीज को छंटनी से जुड़ी सूचना देने के लिए लिया गया है। मैकडी बड़े पैमाने पर अपने कारोबार का ढांचा फिर से तैयार कर रही है यानी रीस्ट्रक्चरिंग हो रही है। अमेरिकी और कुछ इंटरनेशनल एंप्लॉयीज को भेजे गए मेल में कंपनी ने उन्हें सोमवार सो बुधवार तक घर से काम करने को कहा है ताकि स्टॉफ से जुड़े फैसले ऑनलाइन हो सके। वाल स्ट्रीट जनर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने सभी एंप्लॉयीज को हेडक्वार्टर्स में वेंडर्स या बाकी किसी आउटसाइड पार्टी से व्यक्तिगत मुलाकात को भी रद्द करने को कहा है।
जनवरी में ही McDonald's ने दे दिए थे संकेत
अमेरिकी फास्ट-फूड चेन मैकडोनाल्ड्स ने जनवरी में ही छंटनी के संकेत दे दिए थे। कंपनी ने कहा था कि अप्रैल में कॉरपोरेट स्टॉफ में बदलाव से जुड़े कठिन फैसले की योजना बन रही है। यह बर्गर चेन के बड़े रणनीतिक योजना का हिस्सा है। दुनिया भर में इसके कॉरपोरेट रोल्स और रेस्टोरेंट्स में 1.50 लाख से अधिक एंप्लॉयीज हैं। इसमें से करीब 70 फीसदी अमेरिका से बाहर काम करते हैं। ये आंकड़े फरवरी तक के हैं।
पिछले कुछ वर्षों में मैकडी ने कई बार छंटनी की है। 2018 मं कंपनी ने अफने मैनेजमेंट टीम में कटौती की थी। इसके बाद एडमिनिस्ट्रेटिव खर्चों को कम करने के लिए 2019 में छंटनी हुई। कंपनी के तत्कालीन अमेरिकी प्रमुख Kempczinski के मुताबिक इसके कॉरपोरेट और रेस्टोरेंट्स में कुल एंप्लॉयीज वर्ष 2017 में 2.35 लाख से घटकर 2019 में 2.05 लाख पर आ गए। हालांकि भारत की बात करें तो पिछले साल दिसंबर में मैकडी इंडिया ने कहा था कि यह अगले तीन साल में अपने आउटलेट्स को यहां दोगुना कर 300 करना चाहती है और इसके लिए करीब 5 हजार की हायरिंग होगी।
मैकडी के कारोबार की बात करें तो इसके रिटेलर्स ने खर्च में सुस्ती की जानकारी दी थी लेकिन इसकी बिक्री बनी रही। जनवरी में कंपनी ने निवेशकों को बताया था कि कम आय वाले कुछ कंज्यूमर्स कम आइटम ऑर्डर कर रहे या सस्ते ऑर्डर दे रहे लेकिन इसके रेस्टोरेंट्स पर उनका खर्च करना जारी रहा है। इस प्रकार ग्राहकों ने अपने खर्च में कटौती की लेकिन ओवरऑल सेल्स में गिरावट नहीं हुई।