नई दिल्ली में हाल ही में हुए हादसे के बाद, अलीगढ़ स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। पुलिस बल बढ़ाने के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। 16 और 17 फरवरी की रात तक पांच मेला स्पेशल ट्रेनों के जरिये श्रद्धालुओं को महाकुंभ भेजने की व्यवस्था की गई। हालांकि, इस दौरान प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों के बीच धक्का-मुक्की की घटनाएं भी हुईं। प्रयागराज महाकुंभ मेला में लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं, लेकिन ट्रेनों में सीट की कमी ने यात्रा को मुश्किल बना दिया है। यात्रियों को सीट पाने के लिए आपस में संघर्ष करना पड़ रहा है।
रेलवे अधिकारियों को इस भीड़ को संभालने के लिए कई ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा है, और ठहराव के समय को भी बढ़ाया गया है। इसके बावजूद, यात्री देरी और असुविधा का सामना कर रहे हैं, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने पूरी कोशिश की है कि श्रद्धालु सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचें।
यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम
उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह के मुताबिक, मेला स्पेशल गाड़ियों से यात्रियों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए बेहतर सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। 28 फरवरी तक रेलवे कर्मचारियों की तीन पालियों में ड्यूटी लगाई गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस समय में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और कई प्रमुख अधिकारी इस काम में जुटे हुए हैं।
ट्रेनें निरस्त, यात्री परेशान
प्रयागराज महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ को संभालने के लिए रेलवे ने 18 और 19 फरवरी को कुछ ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। इसके अलावा, प्रयागराज जाने वाली कुछ ट्रेनों को कानपुर के रास्ते डायवर्ट कर दिया गया है। रेलवे ने यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए खेद जताया है और उन्हें वैकल्पिक मार्गों की जानकारी दी है।
ट्रेनों की देरी से यात्रियों को हो रही परेशानी
भले ही मौसम साफ हो, लेकिन ट्रेनों का संचालन अभी भी पटरी पर नहीं आ पाया है। सोमवार को कई ट्रेनें घंटों देरी से पहुंचीं, जिनमें भृगु सुपरफास्ट और कालिंदी एक्सप्रेस प्रमुख थीं। इस देरी के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, और कई यात्रियों को स्टेशन पर लंबा इंतजार करना पड़ा।