सनातन धर्म में पौष पूर्णिमा का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। इस दिन गंगा समेत अन्य पवित्र नदियों में स्नान, ध्यान, पूजा, जप-तप और दान करना बेहद पुण्यदायी माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान से जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश होता है और भगवान विष्णु की कृपा साधकों पर बरसती है। श्रद्धालु इस अवसर पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए गंगा सहित विभिन्न पवित्र नदियों के तट पर बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं। माना जाता है कि इस दिन किया गया दान, जप और तप अक्षय फल प्रदान करता है।