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Mahakumbh Viral: कुंभ मेले में छा गईं हर्षा रिछारिया, साध्वी बनने पर बड़ा खुलासा, सोशल मीडिया पर हुईं ट्रोल

महाकुंभ 2025 में साध्वी वेश में रथ पर सवार हर्षा रिछारिया सुर्खियों में हैं। वायरल वीडियो से उन्हें "महाकुंभ की सबसे सुंदर साध्वी" कहा गया, लेकिन उनके पुराने ग्लैमरस लुक्स ने भी ध्यान खींचा। हर्षा ने स्पष्ट किया कि वे साध्वी नहीं, बल्कि सनातन धर्म की अनुयायी हैं, और युवा पीढ़ी को धर्म से जोड़ने का प्रयास कर रही हैं

अपडेटेड Jan 18, 2025 पर 1:21 PM
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Mahakumbh 2025: महाकुंभ में रथ पर दिखीं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हर्षा।

महाकुंभ 2025 में इस बार हर्षा रिछारिया खास चर्चा में हैं। साध्वी के वेश में रथ पर सवार हर्षा ने महाकुंभ में एंट्री की, माथे पर तिलक और फूलों की माला पहने हुए उनका वीडियो वायरल हो गया। लोग उन्हें "महाकुंभ की सबसे सुंदर साध्वी" कहने लगे। लेकिन इस वायरल वीडियो के साथ ही सोशल मीडिया पर उनकी पुरानी ग्लैमरस तस्वीरें और वीडियो भी छा गए। तस्वीरों में हर्षा का स्टाइलिश अंदाज देखा जा सकता है, जिसने लोगों को चौंका दिया। वायरल होती तस्वीरों और सवालों के बीच हर्षा ने सामने आकर स्पष्ट किया कि वे अभी साध्वी नहीं बनी हैं।

उन्होंने दो साल पहले दीक्षा ली थी और अब सनातन धर्म के मार्ग पर चल रही हैं। अपनी पुरानी जिंदगी के बारे में हर्षा ने कहा कि अतीत हर किसी का होता है और अब वे अपने नए सफर में पूरी तरह खुश हैं।

सोशल मीडिया पर क्यों हुईं ट्रोल?


हर्षा रिछारिया के वायरल वीडियो के बाद, लोगों ने उनके पुराने इंस्टाग्राम प्रोफाइल और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट खंगाल डाले। शॉर्ट डेनिम, क्रॉप टॉप, लाउड मेकअप और टैटू से सजे उनके पुराने फोटो और वीडियो ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए। कुछ ने उनकी आस्था पर सवाल उठाए, तो कुछ ने उन्हें "पाखंडी" करार दिया।

हर्षा ने दिया ट्रोलर्स को जवाब

मीडिया के सामने आकर हर्षा ने साफ किया कि वे साध्वी नहीं हैं और उन्होंने साध्वी बनने के कोई धार्मिक संस्कार या दीक्षा अब तक नहीं ली है। हर्षा ने बताया कि वे गुरु दीक्षा और मंत्र दीक्षा लेकर सनातन धर्म के प्रति समर्पित हैं और इसे आगे बढ़ाने का कार्य कर रही हैं।

कैसे शुरू हुआ आध्यात्मिक सफर?

हर्षा ने बताया कि उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट वह समय था जब उन्हें एहसास हुआ कि धन और भौतिक सुख शांति नहीं दे सकते। अध्यात्म की राह पर चलने के लिए उन्होंने अपने गुरुदेव आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंदगिरी जी महाराज का मार्गदर्शन लिया।

सनातन धर्म के प्रति क्या है उद्देश्य?

हर्षा का लक्ष्य है कि सनातन धर्म और इसकी परंपराओं को आधुनिक युवाओं तक पहुंचाया जाए। वे चाहती हैं कि सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूकता फैलाएं ताकि युवा इससे जुड़ सकें।

ग्लैमरस साध्वी का सफर

30 वर्षीय हर्षा ने बताया कि पिछले दो साल से वे साध्वी का जीवन जी रही हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर उनके ग्लैमरस लुक की पुरानी तस्वीरें चर्चा का विषय बनी हुई हैं। हर्षा का मानना है कि उनका बाहरी रूप से ज्यादा उनके आध्यात्मिक लक्ष्य मायने रखते हैं।

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