Mira Road Clash: अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन समारोह से पहले मुंबई के मीरा रोड पर हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद पुलिस ने अब दंगाइयों पर बुलडोजर (Bulldozer Action In Mumbai) चलाया है। बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में बुलडोजरों ने मुंबई के मीरा रोड उपनगर में अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 22 जनवरी को हुई अयोध्या में राम मंदिर की 'प्राण प्रतिष्ठा' से पहले और बाद में मीरा रोड इलाके में हिंसा देखी गई थी। झड़पों के बाद पुलिस कड़ी निगरानी रख रही है। नया नगर इलाके में फ्लैग मार्च भी किया है।
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, MMR उपनगर में बुलडोजरों ने अवैध निर्माण को गिरा दिया है। ऑनलाइन वायरल वीडियो में पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की एक बड़ी टीम द्वारा वाहनों को ले जाते हुए दिखाया गया है। पुलिस ने फुटपाथ पर अस्थायी दुकानों और अन्य संरचनाओं को तोड़ दिया है। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पहले अवैध संरचनाओं को ध्वस्त करने के लिए नोटिस दिया गया था।
सोमवार रात तक पुलिस ने झड़प के सिलसिले में एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था। हिंसा उस समय भड़की थी जब श्री राम शोभा यात्रा मीरा रोड के नया नगर इलाके से गुजर रही थी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने सोमवार रात को पोस्ट किया कि राज्य में "कानून-व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति" को कड़ी सजा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। इस मामले में अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच करके अन्य आरोपियों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।
कब और कैसे शुरू हुआ हिंसा?
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर ठाणे जिले में निकाली गई शोभायात्रा पर सोमवार शाम उपद्रवियों ने पथराव किया। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान यह जिले में हिंसा की दूसरी घटना है। अधिकारियों ने कहा कि ठाणे जिले में रविवार रात लगभग 10:30 बजे एक वाहन रैली के दौरान दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प हुई थी।
उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को शोभायात्रा के दौरान मीरा रोड इलाके में पथराव हुआ, जिससे शोभायात्रा में शामिल लोग और तैनात पुलिसकर्मी घायल हो गए। मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि नया नगर थानाक्षेत्र से पथराव की सूचना मिली थी, जहां प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर कारों और अन्य वाहनों की रैली के दौरान दो समुदायों में झड़प हुई थी। उन्होंने कहा कि पथराव की घटना के कारण का अभी तक पता नहीं चला है और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
पुलिस उपायुक्त जयंत बाजबाले ने बताया कि संघर्ष रविवार रात 11 बजे शुरू हुआ, "जब हिंदू समुदाय के कुछ लोग तीन-चार वाहनों में नारे लगा रहे थे।" समाचार एजेंसी पीटीआई ने उनके हवाले से कहा, "कुछ ही देर बाद हिंदू समुदाय और मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों के बीच बहस शुरू हो गई। हालात बिगड़ते देख पुलिस की गाड़ी तुरंत मौके पर पहुंची और कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया।" बाजबले ने बाद में कहा कि स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया है और एक फ्लैग मार्च आयोजित किया गया है।