कोरोना महामारी के बीच दुनिया में एक ओर नई बीमारी तेजी से फैल रही है। इस नई बीमारी का नाम है 'मंकीपॉक्स' (Monkeypox)। अभी तक दुनिया भर में मंकीपॉक्स के 100 ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। ये सारे केस ब्रिटेन, यूरोपीय देश, उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत 14 देशों में मिले हैं। हालांकि, भारत में अभी मंकीपॉक्स का एक भी केस नहीं मिला है, लेकिन भारत के कई राज्य वायरस को लेकर अलर्ट पर हैं।
मंकीपॉक्स के प्रकोप को रोकने के लिए तमिलनाडु (Tamil Nadu), महाराष्ट्र (Maharashtra) और राजस्थान (Rajasthan) सरकार पूरे जोरों पर तैयारी कर रहे हैं। तमिलनाडु ने संदिग्धों को क्वारंटीन करने निर्देश जारी किए हैं। वहीं मुंबई में BMC ने भी क्वारंटीन सेंटर्स तैयार कर दिया है। इसके अलावा राजस्थान ने भी संदिग्धों के सैंपलों की जांच की बात कही है।
भारतीय राज्यों की कैसी है तैयारी?
- तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों और निगम कमिश्नरों को इस दुर्लभ बीमारी के संदिग्ध मामलों की निगरानी और पहचान करने के लिए मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों में क्वारंटीन सेंटर्स में रखने के निर्देश दिए हैं।
- स्वास्थ्य सचिव डॉ जे राधाकृष्णन ने अधिकारियों को उन लोगों में इस बीमारी के किसी भी तरह के लक्षणों की निगरानी करने को कहा है। पिछले 21 दिनों में जो लोग उस देश की यात्रा की है जहां हाल में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि की गई है उनकी जांच की जाएगी।
- बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि जो लोग अफ्रीकी देशों और अन्य ऐसे चिह्नित देशों से यात्रा कर चुके हैं उन्हें जांच कराने की जरुरत है। मुंबई एयरपोर्ट पर भी यात्रियों की जांच करने को कहा गया है। BMC ने मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में संदिग्ध मरीजों को क्वांरटीन रखने की व्यवस्था के तहत 28 बेड वाला एक वार्ड तैयार किया है।
- BMC के जन स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक मुंबई में मंकीपॉक्स के किसी भी संदिग्ध मरीज या पुष्ट मामले की कोई जानकारी नहीं मिली है। एक परामर्श में बीएमसी ने कहा है कि एयरपोर्ट के अधिकारी इस बीमारी से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की जांच कर रहे हैं।
- महाराष्ट्र और तमिलनाडु के अलावा राजस्थान में भी वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों पर निगाह रखने के लिए कहा गया है। साथ ही अधिकारियों को क्वांरटीन सेंटर्स को भी तैयार करने के लिए भी कहा गया है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी मंकीपॉक्स को लेकर चेतावनी दी है। WHO ने कहा है कि जिन देशों में यह संक्रमण नहीं फैला है, वहां और अधिक मामले सामने आ सकते हैं। मंकीपॉक्स उन लोगों में फैल रहा है जो किन्हीं कारणों से फिजिकल कॉन्टैक्ट में आए हैं।
- WHO के अनुसार, मंकीपॉक्स वायरस एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है जो चेचक की तरह है। चेचक की तरह ही इसके लक्षण हल्के होते हैं। मंकीपॉक्स एक जूनोसिस (zoonosis) है। इसका मतलब यह है कि यह एक ऐसी बीमारी है, जो जानवरों से मनुष्यों में फैलती है।