चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) सिर्फ इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मैचों में ही धमाल नहीं मचा रही है बल्कि बैलेंस शीट भी नई ऊंचाईयों पर पहुंच रही है। चेन्नई आईपीएल टीम की फ्रेंचाइजी ओनर चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को वित्त वर्ष 2023 में 52.17 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो सालाना आधार पर 65 फीसदी से भी अधिक है। हालांकि इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 16 फीसदी गिरकर 29.23 करोड़ रुपये पर आ गया। कंपनी का इनकम इस दौरान 31.54 करोड़ रुपये से बढ़कर 52.26 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल की बात करें तो यह 10 पैसे की वैल्यू वाले 30,81,53,074 इक्विटी शेयरों की वैल्यू करीब 3.08 करोड़ रुपये है। यह कंपनी घरेलू मार्केट में लिस्टेड नहीं है।
सहायक कंपनियों को हुआ घाटा
चेन्नई सुपर किंग्स को वित्त वर्ष 2023 में मुनाफा हुआ था लेकिन सब्सिडियरीज घाटे में रही। कंपनी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक इसकी सहायक कंपनी सुपर किंग वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड ने अपना ऑपरेशन शुरू किया है और दो एकेडमी शुरू की हैं। इसमें से एक एकेडमी सलेम में और दूसरी चेन्नई में है। अब कंपनी की योजना और भी स्थानों पर एकेडमी शुरू करने की है। अभी जो एकेडमी हैं, उसमें 400 से अधिक छात्र हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है।
इसके अलावा कंपनी ने 'टैलेंट मैनेजमेंट' के रूप में नया कारोबार भी शुरू किया है। इसका काम अलग-अलग से टैलेंटेड प्रोफेशनल के व्यावसायिक हितों को मैनेज करना है। अब वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में सुपर किंग वेंचर्स को 6.45 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग लॉस हुआ था और इसका मुख्य कारण एकेडमी खोलने में लगने वाली एकमुश्त लागत थी।
सीएसके ने दक्षिण अफ्रीका में जॉबर्ग सुपर किंग्स नाम से एक पूर्ण मालिकाना वाली सब्सिडियरी यानी सहायक कंपनी बनाई है। इसके जरिए सीएसके ने दक्षिण अफ्रीका की नई टी20 लीग में पैसे लगाए हैं। जोबर्ग सुपर किंग्स को जोहान्सबर्ग में एक टीम चलाने का राइट्स भी मिल गया है। यह टीम वहीं सेमीफाइनल तक पहुंची थी। जॉबर्ग सुपर किंग्स को वित्त वर्ष 2023 में 33.02 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग लॉस हुआ था।
चेन्नई सुपर किंग्स की AGM (एनुअल जनरल मीटिंग) 27 सितंबर को होनी है। इसमें कंपनी का बोर्ड उधार सीमा को 250 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 350 करोड़ रुपये करने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी लेगा। कर्ज की लिमिट बढ़ाने की जरूरत इसलिए पड़ रही क्योंकि कंपनी अलग-अलग क्रिकेट एक्टिविटीज में हिस्सा ले रही है जैसे कि एकदम मॉडर्न टाइप का स्टेडियम, हाई-परफॉर्मेंस सेंटर्स डेवलप करना, देश भर में क्रिकेट समेत बाकी खेलों के लिए एकेडमी खोलना। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में एक टीम के साथ-साथ अमेरिका में भी इसके पास एक मेजर लीग क्रिकेट टीम 'टेक्सास सुपर किंग्स' का मालिकाना हक है। इन सभी के लिए कंपनी को पैसा चाहिए और इसके लिए कंपनी को कर्ज चाहिए।