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दिल्लीवासियों को जल्द प्रदूषण और जाम से मिलेगी मुक्ति! ₹1 लाख करोड़ से बदलेगी NCR की सूरत, नितिन गडकरी ने बताया प्लान

Nitin Gadkari News: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने और प्रदूषण की समस्या का समाधान निकालने के लिए केंद्र सरकार फिलहाल 65,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम कर रही है। इनमें से लगभग 33,000 करोड़ रुपये का काम पूरा हो चुका है। जबकि इस साल 32,000 करोड़ रुपये का काम पूरा होने की उम्मीद है

अपडेटेड Jan 02, 2025 पर 7:14 PM
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Nitin Gadkari News: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हम अगले 5 सालों में दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बना देंगे

Nitin Gadkari News: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार (2 जनवरी) को कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर को बदलने के लिए अगले दो सालों में 1 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। गडकरी ने गुरुवार (2 जनवरी) को न्यूज एजेंसी ANI के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि उनका मंत्रालय और केंद्र सरकार दिल्ली की सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने और प्रदूषण की समस्या का समाधान निकालने के लिए वर्तमान में कई परियोजनाओं और पहलों पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अगले पांच सालों में दिल्लीवाले वायु प्रदूषण से मुक्त हो जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मैं आपसे वादा करता हूं कि आने वाले दो सालों में 1 लाख करोड़ रुपये के काम किए जाएंगे। इससे पूरी दिल्ली की सूरत बदल जाएगी। 'नमामि गंगे' योजना के तहत हमारे पास यमुना को साफ करने के लिए कुछ योजनाएं हैं। हम सीवेज के पानी को यमुना में जाने से रोकने के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन, चूंकि दिल्ली सरकार परियोजनाओं के लिए अपने हिस्से का पैसा नहीं दे रही है, इसलिए कुछ काम अभी भी होने बाकी हैं।"

65,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम जारी


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क और परिवहन मंत्रालय फिलहाल 65,000 करोड़ रुपये की परियोजना पर काम कर रहा है। इसमें से 33,000 करोड़ रुपये के काम पहले ही पूरे हो चुके हैं। गडकरी ने बताया कि सड़क और परिवहन मंत्रालय आने वाले समय में 32,000 करोड़ रुपये के बचे हुए काम भी पूरे कर लेगा।

गडकरी ने कहा, "दिल्ली के लोग ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से परेशान हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिल्ली को प्रदूषण मुक्त और ट्रैफिक जाम से मुक्त बनाने के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने कई परियोजनाएं शुरू कीं। 65,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं में से 33,000 करोड़ रुपये का काम पूरा हो चुका है और हम आने वाले साल में 32,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूरी करेंगे।"

कहां-कहां बन रहा रोड?

गडकरी ने कहा कि दिल्ली में ट्रैफिक जाम को कम करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 7,716 करोड़ रुपये और हरियाणा में 6,000 करोड़ रुपये की लागत से नई रिंग रोड, UER-II का निर्माण किया गया है। इसकी लंबाई 120 किलोमीटर है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेसवे और मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे के बीच 60 किलोमीटर लंबी 6 लेन वाली संपर्क सड़क, जिसकी लागत 7,000 करोड़ रुपये है। वर्तमान में वे निर्माणाधीन है, लेकिन निश्चित रूप से इस साल पूरी हो जाएगी।

गडकरी ने कहा कि निर्माणाधीन ओखला बर्ड सैंक्चुअरी से होकर गुजरने वाली 6.8 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क मार्च तक पूरी हो जाएगी। मंत्री ने कहा कि नए जेवर एयरपोर्ट से IGI एयरपोर्ट तक एक ग्रीनफील्ड सड़क भी बनाई जाएगी। 32 किलोमीटर तक फैली यह सड़क 6 लेन की होगी। इसकी लागत 3,000 करोड़ रुपये होगी।

गडकरी ने कहा, "हमने दिल्ली में 6 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दिए हैं। इनमें से EP और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे 7,000 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है। चार एक्सप्रेसवे अभी भी निर्माणाधीन हैं। इनमें 9,000 करोड़ रुपये की लागत वाला 8 लेन वाला द्वारका एक्सप्रेसवे भी शामिल है, जो इस साल जून तक बनकर तैयार हो जाएगा।"

प्रदूषण कैसे खत्म होगा?

गडकरी ने बताया कि सरकार दिल्ली में प्रदूषण का समाधान करने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार इलेक्ट्रिक बसें, कार और स्कूटर लेकर आई, क्योंकि दिल्ली का 40 प्रतिशत प्रदूषण फॉसिल फ्यूल के कारण होता है। हमने CNG (वाहन) भी लाए... और हम 5 साल में दिल्ली को प्रदूषण से मुक्त कर देंगे।" उन्होंने कहा कि पराली जलाने में 20 प्रतिशत की कमी आई है, जो पंजाब, हरियाणा और आस-पास के इलाकों में 200 लाख टन है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 400 परियोजनाओं में से कुल 60 प्लाटों ने काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, "पराली जलाने में 20 प्रतिशत की कमी आई है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अब पराली से CNG बनाई जा रही है। 400 प्लांट लगाए जा रहे हैं, जिनमें से 60 पहले से ही चालू हैं। इसके परिणामस्वरूप कचरे को वेल्थ में बदला जाएगा। फिर ट्रक और बसें सीएनजी से चलेंगी।"

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केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि सरकार ने पानीपत में एक परियोजना शुरू की है, जिसमें पराली से 1 लाख लीटर इथेनॉल, 150 टन बायो-विटामिन और 78,000 टन एविएशन फ्यूल का उत्पादन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली में प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही इस तरह हम आयात पर बचत करेंगे। नए रोजगार पैदा करेंगे और किसानों के कल्याण में भी सुधार करेंगे।

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