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Noida Expressway: नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर घटेगी वाहनों की रफ्तार, जानिए कितनी होगी नई स्पीड

Noida Expressway: नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर हल्के और भारी वाहनों की स्पीड लिमिट में कटौती कर दी जाएगी। मौजूदा समय में हल्के वाहनों की स्पीड लिमिट 100 किमी प्रति घंटा है। इसे घटाकर 75 किमी प्रति घंटा कर दिया जाएगा। वहीं भारी वाहनों की स्पीड लिमिट 80 से कम कर 60 किमी प्रति घंटा कर दिया जाएगा

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 27, 2024 पर 4:36 PM
Noida Expressway: नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर घटेगी वाहनों की रफ्तार, जानिए कितनी होगी नई स्पीड
Noida Expressway: कोहरे की वजह से एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट में कटौती करने का फैसला किया गया है।

देश के कई राज्यों में मौसम में बदलाव हो गया है। ठंड पड़ने लगी है। कोहरा भी पड़ने लगा है। जिससे विजिबिलटी काफी कम हो गई। ऐसे में वाहन चालकों को कई तरह की कठिनाइयों को सामन करना पड़ता है। वहीं विजिबलिटी कम होने से सड़के हादसों के बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों की स्पीड लिमिट में कटौती करने का फैसला लिया गया है। स्पीड कटौती का यह नियम 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेग। एक ट्रैफिक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे करीब 24 किलोमीटर लंबा है। इन दोनों एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों की स्पीड लिमिट 100 किलोमीटर प्रति घंटे से घटाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटे कर दी जएगी। वहीं भारी वाहनों की स्पीड लिमिट 80 से घटाकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे कर दी जाएगी। इसके साथ ही एमपी टू एलिवेटेड रोड पर यह हल्के वाहनों की लिमिट 50 किमी प्रति घंटे और भारी वाहनों की स्पीड लिमिट 40 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।

कोहरे की वजह से स्पीड लिमिट में कटौती

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के डिप्टी कमिश्नर यमुना प्रसाद ने कहा कि सर्दियों के समय कोहरे की वजह से विजिबिलटी बेहद कम हो जाती है। जिससे वाहनों को चलाना मुश्किल हो जाता है। वहीं ठंड की वजह से सड़कों पर फिसलन भी बढ़ जाती है। जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। लिहाजा किसी भी अनहोनी से बचने के लिए नोएडा एक्सप्रेसवे और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट में कटौती की जाएगी। बता दें कि पिछले दिनों ही एक कार हादसे का शिकार हो गई थी। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। ठंड का मौसम आते ही हादसों की संख्या बढ़ जाती है। लिहाजा स्पीड लिमिट कम की जा रही है।

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