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Exclusive: 'नियमों से ही चलेगी संसद...ऐसी भाषा के लिए विपक्ष को जनता सिखाएगी सबक' - अमित शाह

Amit Shah Exclusive : अमित शाह ने यह भी बताया कि मोदी के व्यक्तिगत रिश्तों ने भारत को ऐसे-ऐसे फायदे दिए हैं, जो पिछले 70 साल की डिप्लोमेसी से भी नहीं मिल पाए। उन्होंने कहा कि मैं सार्वजनिक रूप से सब नहीं बता सकता, इनसे भारत को ऐतिहासिक लाभ हुआ

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 19, 2025 पर 10:13 PM
Exclusive: 'नियमों से ही चलेगी संसद...ऐसी भाषा के लिए विपक्ष को जनता सिखाएगी सबक' - अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने न्यूज18 को दिए खास इंटरव्यू में विपक्ष को जमकर घेरा।

Amit Shah Exclusive  : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने न्यूज18 को दिए खास इंटरव्यू में विपक्ष को जमकर घेरा। गृह मंत्री अमित शाह ने न्यूज 18 एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी से किए गए खास बातचीत में कहा कि, राजनीति में विपक्ष जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहा है, वह लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर कर रहा है। ऐसे लोगों को जनता को दंडित करना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि मोदी जी की स्वर्गीय माता के लिए गलत शब्द बोलने वालों को भी जनता सबक सिखाएगी।

'संसद पहले तरीके से नहीं चल सकती'

गृह मंत्री अमित शाह ने न्यूज18 इंडिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि, चुनाव के माध्यम से संसद देश की सबसे बड़ी पंचायत है, जहां पक्ष और विपक्ष दोनों को अपने-अपने विचार और नीतियों के आधार पर जनता के मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिएइससे बड़ा मंच बहस के लिए कहीं और नहीं है।लेकिन यदि शुरुआत से ही संसद को बाधित किया जाएगा और नियमों का पालन नहीं होगा, तो यह नहीं कहा जा सकता कि हमें बोलने का मौका नहीं मिलताबोलने का समय स्पीकर तय करते हैं, और जब समय मिलता है तो अक्सर मुद्दों पर बात करने की बजाय राजनीतिक तंज कसने में ही समय खर्च हो जाता हैऐसे में संसद का सही ढंग से चलना संभव नहीं है

संसद के लिए बने हैं नियम

संसद चलाने के लिए नियम पहले से बने हुए हैं और इन्हीं के आधार पर हर सरकार और हर सांसद ने काम किया हैआदर्श संसद वही है, जहां नियमों के दायरे में रहकर अपनी बात मजबूती से रखी जाएप्रधानमंत्री मोदी हमेशा इस बात पर जोर देते रहे हैं कि बहुदलीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में संसदीय शुचिता और अनुशासन का पालन होना चाहिएअब यह जनता को तय करना होगा कि संसद का समय केवल राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में ही खर्च हो या फिर देशहित में ठोस बहस और फैसले लिए जाएं

अमित शाह ने यह भी बताया कि मोदी के व्यक्तिगत रिश्तों ने भारत को ऐसे-ऐसे फायदे दिए हैं, जो पिछले 70 साल की डिप्लोमेसी से भी नहीं मिल पाए। उन्होंने कहा कि मैं सार्वजनिक रूप से सब नहीं बता सकता, इनसे  भारत को ऐतिहासिक लाभ हुआ।

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