Obesity in Women: आज कल की बदलती लाइफस्टाइल और खान पान से मोटापा आम समस्या हो गई है। महिलाओं के लिए यह और खतरनाक है। महिलाओं में मोटापा के कारण कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। इसकी वजह से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल और हार्ट जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसके साथ ही मोटापा बढ़ने से महिलाओं को बहुत परेशानी आती है। थोड़ी दूर चलने या दोड़ने पर महिलाओं की सांस फूलने लगती है। अधिक मोटापा के कारण महिलाओं में अनिद्रा, तनाव और चिंता जैसी मानसिक समस्याएं देखने को मिलती हैं।
हाउस वाइफ में वजन बढ़ने की समस्या ज्यादा देखी जाती है। इसकी वजह ये है कि ये घर के काम में तो व्यस्त रहती हैं। लेकिन शरीर को फिट रखने और बॉडी वेट को बनाए रखन के लिए शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहती हैं। अगर घर पर रहेंगी, एक्सरसाइज नहीं करेंगी, चलना-फिरना कम होगा तो वजन बढ़ सकता है।
जानिए क्यों बढ़ता है मोटापा
ओबेसिटी या मोटापे की समस्या तब शुरू होती है। जब शरीर में कैलोरी अधिक मात्रा में जमा होने लगती है। शरीर को ठीक से काम करने और सक्रिय रहने के लिए कैलोरी और आवश्यक विटामिन, खनिज और अन्य पोषक तत्वों की जरूरत होती है। लेकिन अगर शरीर उपयोग के मुकाबले अधिक कैलोरी जमा करता है। तब ऐसी स्थिति में वजन बढ़ने लगता है। अगर बढ़ते वजन पर समय रखते ना कंट्रोल किया जाए तो यह मोटापे का रूप ले सकता है। इतना ही नहीं बॉडी मास इंडेक्स (BMI) का इस्तेमाल करके भी जान सकते हैं। बीएमआई में हेल्दी और अनहेल्दी रेंज का पता चलता है। यह एक ऐसा टूल है, जो बॉडी फैट का सही से अनुमान लगाता है।
महिलाओं में मोटापे के कारण ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है। जिसकी वजह से ब्लड में शुगर लेवल अधिक हो जाता है। इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही हार्ट का भी खतरा बढ़ जाता है।
वजन अधिक बढ़ने से महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। ब्लड सर्कुलेशन के लिए हार्ट पर ज्यादा दबाव पड़ता है। इन सभी कारणों से ब्रेन हैमरेज का भी खतरा बढ़ सकता है।
मोटापा के कारण महिलाओं को डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है। यह ज्यादातर किशोरावस्था में लड़कियो में देखा जाता है। मोटापा बढ़ने से वो अपने दोस्तों के सामने जाने से कतराने लगती हैं। अपने बढ़ते वजन को लेकर शर्मिदगी महसूस करती हैं। जिससे डिप्रेशन का शिकार होने लगती हैं।