Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में दो जून को हुए भीषण ट्रेन दुर्घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई दिल दहला देने वाली तस्वीरें और वीडियो सामने आ रही हैं। तीन ट्रेनों की भिड़ंत में जानमाल का काफी नुकसान हुआ और हजारों लोग घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार, इस विनाशकारी हादसे में कम से कम 288 लोगों की जान चली गई। यह दुर्घटना पिछले दो दशकों में देश में सबसे घातक रेल दुर्घटनाओं में से एक है। इस बीच, एक कथित वीडियो सामने आया है, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह घातक ट्रेन दुर्घटना से चंद सेकंड पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस के अंदर का है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक सफाई कर्मचारी ट्रेन की एक एसी कोच के फर्श पर पोछा लगा रहा है, जबकि कोई पैसेंजर उसका वीडियो शूट कर रहा है। इसी दौरान अचानक से ट्रेन में सबकुछ उलट-पलट जाता है। दावा किया जा रहा है कि यह कोरोमंडल एक्सप्रेस के अंदर का असली वीडियो है। अचानक से झटका लगने पर वीडियो शूट करने वाल का संतुलन बिगड़ जाता है और उसका फोन हाथ से छूटकर नीचे गिर गया था।
इसके बाद ट्रेन में अचानक से अंधेरा छा जाता है और फिर यात्री चीखने लग जाते हैं। हालांकि इस वीडियो की सच्चाई आना अभी बाकी है। वीडियो में यात्रियों की साफ तौर पर चीख-पुकार सुनाई दे रही है। वीडियो में आ रही आवाज को आप सब सुन सकते हैं, जिसमें लोग चिल्ला रहे हैं। इसे Odisha TV ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर अपलोड किया है।
बता दें कि बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी से जुड़ा यह भीषण हादसा दो जून की शाम लगभग 7 बजे हुआ। हादसे में कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर को भी यह कहकर क्लीन चिट दे दी है कि उसके पास आगे बढ़ने के लिए हरी झंडी थी और वह अधिक रफ्तार में ट्रेन को नहीं चला रहा था।
ओडिशा में एक और ट्रेन हादसा
इस बीच, ओडिशा के जाजपुर क्योंझर रोड रेलवे स्टेशन पर बुधवार को एक मालगाड़ी से कटकर कम से कम छह मजदूरों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मजदूरों ने भारी बारिश से बचने के लिए खड़ी हुई मालगाड़ी के नीचे शरण ली थी कि तभी अचानक बिना इंजन के मालगाड़ी चल पड़ी और मजदूरों को उसके नीचे से निकलने का मौका नहीं मिला।
रेलवे के एक प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि अचानक आंधी चली। मजदूर बगल की रेल लाइन पर काम कर रहे थे जहां एक मालगाड़ी खड़ी थी। उन्होंने इसके नीचे शरण ली, लेकिन दुर्भाग्य से मालगाड़ी जिसमें इंजन नहीं लगा था वह चलने लगी जिससे दुर्घटना हुई।
उन्होंने कहा कि इसके फलस्वरूप छह मजदूरों की मौत हो गई और दो घायल हो गए। घायलों को कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूर्व तटीय रेलवे ने एक बयान में कहा कि रेलवे के काम के लिए एक ठेकेदार द्वारा रखे गए ठेका मजदूरों ने जाजपुर क्योंझर रोड (स्टेशन) के पास आंधी और बारिश से सुरक्षा पाने के लिए खड़े डिब्बे के नीचे शरण ली। इसमें कहा गया कि तूफान के कारण बिना इंजन के खड़े डिब्बे चलने लगे और यह दुर्घटना हुई।