देश में भले ही नए कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बड़ी गिरावट दिख रही हो। लेकिन अभी भी इस कोरोना महामारी से सतर्क रहने की जरूरत है। इसके नए-नए वेरिएंट पैदा हो रहे हैं, जो कि पूरी दुनिया को टेंशन दे रहे हैं। कई यूरोपीय देशों में तो कोरोना वायरस महामारी अभी भी तबाही का कारण बनी हुई है। चीन, साउथ कोरिया में तो कोरोना महामारी के चलते हालात बेहद खस्ता हो चुके हैं। चीन का शंघाई शहर बुरी तरह से कोरोना की मार झेल रहा है।
ऐसे में कोरोना वायरस महामारी के प्रति सतर्क रहना बेहद जरूरी है। कोरोना महामारी के लक्षण और एलर्जी के लक्षण एक जैसे ही दिखाई देते हैं। ऐसे में कोरोना और एलर्जी के लक्षणों को पहचानने की जरूरत है। इस महामारी से बचने के लिए सतर्क रहें। संक्रमण से बचने के लिए कम से कम तीन बार कोरोना टेस्ट जरूर कराएं।
जानिए ओमीक्रोन और एलर्जी के सामान्य लक्षण
कोरोना वायरस के कुछ सामान्य लक्षण काफी हद तक एलर्जी से मिलते-जुलते हैं। जैसे सर्दी, फ्लू, खांसी, सिरदर्द, थकान, गले में खराश, छींक आना, नाक बहना आदि।
ओमीक्रोन संक्रमण से भले ही हल्के लक्षण नजर आएं, लेकिन इससे स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। इससे कई दिनों तक परेशानी उठानी पड़ सकती है। ऐसे समय में अगर समय रहते इसका इलाज नहीं कराया जाता है तो बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है। रोग से जुड़े जोखिम को देखते हुए एक्सपर्ट्स ने कुछ ऐसे मामलों की जानकारी दी है, जिसमें आपको टेस्ट कराना बेहद जरूरी है।
कोरोना वायरस संक्रमण और एलर्जी के लक्षणों को पहचान उनकी गंभीरता के जरिए की जा सकती है। अगर ठंड है, तो आपको अपने गले में हल्की असुविधा (mild discomfort) महसूस हो सकती है। जबकि कोरोना महामारी में बुखार, खांसी, थकान, शरीर में दर्द, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (Gastrointestinal Symptoms) स्वाद नहीं आना जैसे लक्षण नजर आते हैं। अगर आपको सिर्फ सर्दी है तो इन लक्षणों के नजर आने के आसार बेहद कम हैं। वहीं इस पूरे मामले में Centers for Disease Control and Prevention (CDC) का कहना है कि जो व्यक्ति वायरस से संक्रमित हो जाते हैं इसके लक्षण दिखाई देने में 5 से 6 दिन लग सकते हैं। हालांकि कुछ मामलों में 14 दिन भी लग सकते हैं। जबकि सर्दी होने में 1 से 3 दिन में लक्षण सामने आने लगते हैं।
अगर आपकी घर से बाहर आवाजाही अधिक है। सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। इसके बाद आपको ऐसे लक्षण नजर आते हैं, तो टेस्ट जरूर कराना चाहिए। बच्चों और बुजुर्गों की इम्युनिटी पावर बहुत कम होती है। ऐसे में अगर आप संक्रमित हैं और घर पर बच्चों और बुजुर्गों के संपर्क में आ गए तो फिर खतरा अधिक बढ़ जाएगा।