हर साल भाद्रपद पूर्णिमा तिथि से लेकर अमावस्या तिथि तक पितृ पक्ष पड़ता है। इस दौरान पितरों का तर्पण एवं पिंडदान किया जाता है। पितृ पक्ष का समापन सर्वपितृ अमावस्या को होता है। पितृ पक्ष में रोजाना पितरों का तर्पण और पिंडदान किया जाता है। पितृपक्ष में पूर्वजों की शांति के लिए तर्पण किया जाता है। इस दौरान पितृ धरती पर आकर अपने परिजनों से मिलते हैं। पितृ पक्ष के दौरान कुछ ऐसे काम होते हैं, जिन्हें नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक, जिन कामों के लिए मनाही की गई है। अगर आप ये काम करते हैं तो काफी नुकसान हो सकता है। सुख-समृद्धि रुक सकती है। तरक्की के द्वार बंद हो सकते हैं।
पितृपक्ष के दौरान पितरों का तर्पण और पिंडदान करने से तीन पीढ़ी के पितरों को मोक्ष मिलता है। पितृ पक्ष के दौरान मांगलिक समेत कई कार्यों को करने की मनाही होती है। अनदेखी करने से पितृ अप्रसन्न (नाराज) हो जाते हैं। इससे व्यक्ति विशेष के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। व्यक्ति को जीवन में ढेर सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लिहाजा पितृ पक्ष के दौरान भूलकर भी ये गलतियां नहीं करना चाहिए।
पितृ पक्ष के दौरान कभी न करें ये काम
पितृ पक्ष पितरों को याद करने का समय होता है, ऐसे में इस दौरान किसी भी तरह के मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। शादी, मुंडन, सगाई और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य भी पितृपक्ष में नहीं किए जाते हैं। ऐसा करने पर पितर नाराज हो जाते हैं।
पितृ पक्ष में पितृ का तर्पण और श्राद्ध सूर्य की रोशनी में ही करना चाहिए। सूर्यास्त के बाद श्राद्ध कर्म भूलकर भी न करें। इसका फल नहीं मिलता है। पितृ गण सूर्य की रोशनी में ही धरती पर आते हैं। अन्न-जल ग्रहण करते हैं।
काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि पितृपक्ष में बाल,दाढ़ी भूलकर भी नहीं कटवाना चाहिए। यह हमारे पितरों के प्रति समर्पण और श्रद्धा भाव को दिखाती है।
तेल साबुन के प्रयोग से बचें
इसके अलावा इन 15 दिनों में सिर पर तेल का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए। नहाने के दौरान साबुन का प्रयोग करने से भी परहेज करना चाहिए। इससे भी पितर नाराज होते हैं।
पितृपक्ष में जमीन,मकान या घर बनवाने की शुरुआत भी नहीं करना चाहिए। इससे धन हानि हो सकती है। लिहाजा इन चीजों की खरीदारी से बचना चाहिए।
शास्त्रों की मानें तो पितृपक्ष के दौरान शुद्ध शाकाहारी भोजन ही करना चाहिए। मदिरा या मांसाहार के सेवन से दूर ही रहना चाहिए। ऐसा करने से पितृ नाराज हो सकते हैं। जिसका घर परिवार पर गलत असर दिख सकता है।