16 दिनों तक चलने वाले पितृपक्ष की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व होता है। पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से पितृपक्ष की शुरुआत हो जाती है। इसका समापन आश्विन महीने की अमावस्या पर होता है। इस साल पितृपक्ष का समापन 2 अक्टूबर को होगा। इस दौरान श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान जैसे कार्य किए जाते हैं। माना जाता है कि पितृपक्ष में हमारे पूर्वज पितृ लोक से धरती पर विचरण करते हैं। वो कई माध्यमों से हमें अच्छे और बुरे का संकेत भी देते हैं। इन्हीं में से एक संकेत है पितरों का हमारे सपने में आना है।