PM Modi in Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी में अपने रोड शो के दौरान एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए अपना काफिला रोक दिया। प्रधानमंत्री मोदी रविवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। वह अपने इस दौरे के दौरान काशी तथा आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की 37 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे। काशी पहुंचने के बाद पीएम मोदी के काफिले पर लोगों ने फूलों की पंखुड़ियों से वर्षा की। इसी दौरान उनका कारवां रोककर एक एंबुलेंस को रास्ता दिया गया।
न्यूज एजेंसी ANI द्वारा शेयर किए गए वीडियो क्लिप के अनुसार, प्रधानमंत्री के वाहनों का काफिला एक बैरिकेड वाली सड़क के किनारे रुक गया, जबकि एंबुलेंस को उसके बगल से जाने दिया गया। पीएम मोदी करीब सवा 3 बजे विशेष विमान ने बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की। इसके बाद पीएम मोदी का काफिला एयरपोर्ट से कटिंग मेमोरियल मैदान के लिए रवाना हो गया। इस दौरान पीएम मोदी के स्वागत में सड़क के दोनों किनारे खड़े लोगों ने उनके नारे लगाए।
पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान एक ऐसा भी अवसर आया जब उनका काफिला रोककर एक एंबुलेंस को रास्ता दिया गया। एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि नदेसर स्थित कटिंग मेमोरियल पहुंचने पर उनके काफिले के सामने एक एंबुलेंस आ गई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपना काफिला रुकवाकर उसको रास्ता दिया। पीएम मोदी ने कटिंग मेमोरियल मैदान में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों से भी मुलाकात की।
'काशी तमिल संगमम 2.0' का किया उद्घाटन
वाराणसी दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने रविवार शाम को नमो घाट से 'काशी तमिल संगमम' के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया। 17 से 31 दिसंबर तक आयोजित होने वाले 'काशी तमिल संगमम' के दूसरे संस्करण के दौरान तमिलनाडु एवं पुडुचेरी के 1,400 लोग वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करेंगे। पीएम मोदी ने इस दौरान 'काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस (Kashi Tamil Sangamam Express)' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 'काशी तमिल संगमम (Second Edition of Kashi Tamil Sangamam in Varanasi)' के दूसरे संस्करण में साहित्य, प्राचीन ग्रंथ, दर्शन, अध्यात्म, संगीत, नृत्य, नाटक, योग और आयुर्वेद पर व्याख्यान भी होंगे। इसके अलावा इनोवेशन, व्यापार, ज्ञान विनिमय, शिक्षा तकनीक और अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी पर सेमीनार कराने की योजना बनाई गई है।