Rajouri mystery deaths: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बडहाल गांव से तीन बहनों समेत चार और लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पिछले डेढ़ महीने में एक रहस्यमय बीमारी ने जिले में 17 लोगों की जान ले ली है। एक केंद्रीय टीम ने जिले के हो रही मौतों के कारणों की जांच कर रही है। रहस्यमयी बीमारी के चलते जान गंवाने वाले 17 लोगों के परिजनों के संपर्क में आए 200 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर आइसोलेशन सेंटर में भेज दिया गया है।
एक अधिकारी के मुताबिक, तीन बहनों समेत चार लोगों को अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि तीन अन्य लोगों को हवाई मार्ग से जम्मू के एक अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने बधाल गांव में एक रहस्यमयी बीमारी की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले सभी मरीजों में मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को नुकसान के रूप में एक समान लक्षण की पहचान की है।
अधिकारियों के अनुसार, मृतकों के परिजनों के संपर्क में आए 200 से अधिक लोगों को एहतियाती उपाय के रूप में राजौरी के एक नर्सिंग कॉलेज और जीएमसी अस्पताल में आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि आइसोलेशन सेंटर में भेजे गए लोगों में मृतकों के रिश्तेदार, उन्हें अस्पताल ले जाने वाले और उनके जनाजे में शामिल होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को संक्रमण की शृंखला तोड़ने के लिए गांव से दूर आइसोलेशन सेंटरो में ले जाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि मजिस्ट्रेट के आदेश पर उन लोगों के घर सील कर दिए गए हैं, जिनके यहां मौतें हुई हैं। परिवार के सदस्यों पर भी बिना अनुमति इन घरों में एंट्री करने पर रोक लगा दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, मृतकों और प्रभावित परिवारों के संपर्क में आए लोगों की स्वास्थ्य स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। इसके अलावा, गांव में सामुदायिक भोज के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बधाल गांव में मोहम्मद फजल, मोहम्मद असलम और मोहम्मद रफीक के परिवार के 13 बच्चों सहित कुल 17 सदस्यों की पिछले डेढ़ महीने में रहस्यमय बीमारी के कारण मौत हो चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक, मंगलवार रात हवाई मार्ग से पीजीआई चंडीगढ़ ले जाए गए एजाज की हालत स्थिर है। उसे इमरजेंसी ICU में भर्ती किया गया है, जहां उसकी जांच जारी है।
उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी के बारे में कोई स्पष्ट आकलन किया जा सकेगा। अधिकारियों ने बताया कि वायु सेना ने जिन तीन मरीजों को जम्मू के अस्पताल पहुंचाया, उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर भी नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि एक केंद्रीय टीम तीन परिवारों में हुई 17 मौतों की वजह का पता लगाने की कोशिशों में जुटी है। 230 से अधिक सैंपल विभिन्न संस्थानों में टेस्ट के लिए भेजे गए हैं।
जहरीले पदार्थों से हो रही मौतें?
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर के राजौरी जिले में 17 लोगों की रहस्यमयी बीमारी और मौतें जहरीले पदार्थों के कारण हो सकती हैं। कठुआ में एक पुल का उद्घाटन करने आए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की। साथ ही उन्होंने कहा कि विष के प्रकार की पहचान करने के लिए जांच जारी है। सिंह ने कहा, "प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि मौतें संक्रमण, वायरल या बैक्टीरियल के कारण नहीं हुई हैं। वे जहरीले पदार्थों के कारण हुई हैं। विष के प्रकार की पहचान करने के लिए परीक्षण किए जा रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि यदि यह पाया जाता है कि यह किसी शरारत या अस्वस्थता के कारण हुई है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। एम्स में फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा कि विष प्राकृतिक और रासायनिक दोनों हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "यह पता लगाने के लिए विस्तृत टेस्ट की आवश्यकता होगी कि किस प्रकार के विष के कारण मौतें हुईं। यह कोई कीटनाशक, कीटनाशक या गैस भी हो सकता है।"