Ram Mandir: राम मंदिर आंदोलन में बड़े नेताओं में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी का नाम शामिल है। वहीं अशोक सिंघल का भी आंदोलन में अहम योगदान माना जाता है। सिंघल तो अब इस दुनिया में नहीं रहे। लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट की इच्छा है कि सिंघल के सपनों को पूरा किया जाए। इसके लिए ट्रस्ट ने उनकी याद में राम कथा कुंज कॉरिडोर बनाने की तैयारी में है। इसमें करीब 108 मूर्तियां रखी जाएंगी। जिसमें भगवान श्रीराम के अलग-अलग प्रसंगों की होंगी।
कॉरिडोर में पुत्रयेष्ठि यज्ञ से राम के राज्याभिषेक तक के प्रसंग की मूर्तियों को जगह दी जाएगी। ताकि राम भक्त करीब से मूर्तियों के जरिए जान और समझ सकेंगे। कहा जा रहा है कि जल्द ही राम जन्मभूमि परिसर में राम कथा कुंज कॉरिडोर बनाया जाएगा। जहां पर इन मूर्तियों का लगाया जाएगा।
साल 2013 से बन रही हैं मूर्तियां
मूर्ति बनाने वाले रंजीत मंडल का कहना है कि वो साल 2013 से रामसेवक पुरम की कार्यशाला में मूर्तियां बनाने का काम कर रहे हैं। अशोक सिंघल के आदेश पर हम पुत्रेष्ठी यज्ञ से लेकर राज्याभिषेक के प्रसंगों पर आधारित मूर्तियां बना रहे हैं। तब से हमारी ओर से लगातार मूर्तियां बनाने का काम जारी है। आज हम सौभाग्यशाली है कि हम अकेले ही इन मूर्तियों को बना रहे हैं। इन मूर्तियों पर चेहरा हमने अपने मन से देने की कोशिश की है। रंजीत ने आगे बताया कि ट्रस्ट का जैसा आदेश होगा उसके बाद इन मूर्तियों पर रंग-रोगन का काम किया जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 4000 संत होंगे शामिल
दरअसल, अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोर-शोर से चल रही हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra) से मिली जानकारी के मुताबिक, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में करीब 4000 संतों को आमंत्रण भेजा गया है। सभी शंकराचार्य महामण्डलेश्वर, सिख और बौद्ध पंथ के शीर्ष संतों को बुलाया गया है। इसके अलावा स्वामी नारायण, आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, किसान, कला जगत के प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है।