कर्नाटक में रविवार की रात को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। इस सांप्रदायिक झड़प के बाद कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के एक हिस्से के एक हिस्से में 2 अक्टबर को CRPC की धारा 144 लागू कर दी गई। रागी गुड्डा में ईद-मिलाद के जुलूस के दौरान एक कट-आउट छवि को लेकर अशांति फैल गई, जो 30 सितंबर से एक उग्र बहस का केंद्र बन गया था। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भीड़ ने कुछ घरों और वाहनों पर पथराव किया, और कई लोग लोग घायल हो गए।
शिवमोग्गा में गिरफ्तार किए गए हैं 40 लोग
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि शिवमोग्गा जिले में शांति भंग करने के आरोप में अब तक 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, "ईद मिलाद का जुलूस चल रहा था, तभी कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया। उन्होंने पुलिस पर भी पथराव किया। हमारी सरकार ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी। स्थिति अब नियंत्रण में है। वहीं प्रदेश भाजपा प्रमुख नलिन कुमार कतील ने आरोप लगाया कि हिंसा के पीछे सांप्रदायिक ताकतों का हाथ है।
क्या कहा शिवमोग्गा के पुलिस अधीक्षक ने
शिवमोग्गा के पुलिस अधीक्षक जीके मिथुन कुमार ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि कुछ उपद्रवियों ने ईद मिलाद जुलूस के दौरान पथराव किया। कुछ वाहन और घर क्षतिग्रस्त हो गए। वीडियो और जानकारी के आधार पर, घटना के संबंध में कुछ लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। एहतियात के तौर पर इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। मामला दर्ज कर लिया गया है। शांति नगर और रागी गुड्डा के अलावा अन्य जगहों पर स्थिति अब नियंत्रण में है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बेंगलुरु में, गृह मंत्री जी परमेश्वर ने इस घटना को मामूली पथराव का मुद्दा बताया और कहा कि पुलिस ने इसे नियंत्रित कर लिया है, और संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अफवाहें फैलाने से बचने का आग्रह किया।