SpiceJet : स्पाइसजेट ने अपने 90 पायलटों पर मैक्स एयरक्राफ्ट (MAX aircraft) उड़ाने से प्रतिबंधित कर दिया है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने हाल में फॉल्टी सिमुलेटर पर 737 मैक्स एयरक्राफ्ट के पायलटों को प्रशिक्षण देने के मामले में स्पाइसजेट पर 10 लाख का जुर्माना लगाया था। इसके बाद विमानन कंपनी ने यह कार्रवाई की है। कंपनी ने बीएसई फाइलिंग में यह जानकारी दी है।
डीजीसीए ने सर्विलांस जांच में पकड़ी थी खामी
रेगुलेटर ने पूर्व में कहा था, स्पाइसजेट द्वारा दिए जा रहे इस प्रशिक्षण से फ्लाइट सेफ्टी पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता था और इसे रद्द कर दिया गया था। DGCA ने नोएडा स्थित सीएई सिमुलेशन ट्रेनिंग प्राइवेट लि. (CSTPL) पर एक सर्विलांस जांच की थी, जिसमें ये खामियां पकड़ में आई थीं।
प्रतिबंधित पायलटों को फिर से प्रशिक्षण दिया जाएगा। कंपनी ने बीएसई में दी फाइलिंग में कहा, DGCA की संतुष्टि के लिए इन पायलटों को फिर से प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। इस प्रतिबंध से मैक्स एयरक्राफ्ट (MAX aircraft) के परिचालन पर असर नहीं पड़ेगा और कंपनी के पास इसके परिचालन के लिए पर्याप्त प्रशिक्षित पायलट हैं।
स्पाइसजेट के पास हैं Max एयरक्राफ्ट पर प्रशिक्षण ले चुके 650 पायलट
फाइलिंग के मुताबिक, स्पाइसजेट के पास Boeing 737 Max एयरक्राफ्ट पर प्रशिक्षण ले चुके 650 पायलट हैं, जिनमें से 90 पर रोक लगाई गई है। आठ महीने पहले ही डीजीसीए ने Boeing 737 Max एयरक्राफ्ट पर लगी रोक हटाई थी।
यह तीसरा मामला है, जब DGCA ने किसी ऑपरेटर पर जुर्माना लगाया है। रेगुलेटर को पिछले साल ही जुर्माना लगाने का अधिकार मिला है।
इंडिगो पर लगाया था 5 लाख का जुर्माना
बीते साल, रेगुलेटर ने ब्रीथ एनालाइसर इक्विपमेंट के अनियमित रखरखाव को लेकर दो फ्लाइट ट्रेनिंग स्कूलों पर 75,000 रुपये का जुर्माना लगाया था।
इस तरह के दूसरे मामले में, DGCA ने हाल में विशेष जरूरतों के साथ एक लड़के को रांची से फ्लाइट पर सवार होने की अनुमति नहीं देने पर इंडिगो पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।