श्रीनगर से एक दुखद खबर सामने आई है। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के पास झेलम नदी में एक नाव पलट जाने से 6 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि झेलम नदी (Jhelum river near Srinagar) में एक नाव पलटने से कई लोग लापता हो गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा राहत बल ने लापता यात्रियों की तलाश में बचाव अभियान जारी है। बताया जा रहा है कि झेलम नदी में यह हादसा मंगलवार सुबह हुई। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना गंदबल नौगाम इलाके में हुई और कई अन्य लोग अभी भी लापता हैं।
नाव 10 से 12 लोगों को लेकर गांदरबाल से बटवारा जा रही थी। नाव में कुछ स्कूली बच्चे भी सवार थे। फिलहाल, SDRF ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में क्षेत्र में भारी बारिश के कारण झेलम नदी का जल स्तर बढ़ गया है।
श्रीनगर के DC डॉ. बिलाल मोहि-उद-दीन भट ने बताया, "सुबह नाव पलटने की सूचना मिली। नाव में 15 लोग सवार थे जिसमें 7 नाबालिग और 8 वयस्क थे। सुबह से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। 12 लोगों को निकाल लिया गया है। 6 लोगों की दुखद मौत हो गई है। 3 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 3 अन्य अपने घर पर हैं। शेष 3 लापता लोगों को रेस्क्यू करने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीमें बचाव अभियान चला रही हैं।"
शहर में भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई अन्य लापता हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण झेलम सहित कई नदियों के जल स्तर में भारी वृद्धि हुई है।
ग्रेटर कश्मीर की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को भारी बारिश के साथ-साथ खराब जल निकासी व्यवस्था के कारण प्रमुख सड़कों पर जलभराव हो गया।
यात्रियों ने बताया कि चूंकि खोदी गई सड़कें और बड़े-बड़े गड्ढे बारिश के पानी से भर गए थे, इसलिए उनके लिए शहर में घूमना मुश्किल हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़े-बड़े गड्ढों और खोदी गई सड़कों से गुजरने के बाद कई यात्री बाल-बाल बचे।
जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा, "किश्तवारी पथेर में भारी भूस्खलन के कारण NH-44 बाधित हो गया है। लोगों को यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है।"