Traffic Challan: अगर आप कार या बाइक ओनर हैं तो यह खबर आपके बेहद काम की है। ट्रैफिक के नियमों के तहत आपको इस जानकारी से कभी न कभी फायदा हो सकता है। दरअसल, आज के इस डिजिटल युग में ट्रैफिक पुलिस बहुत कम रोकती है। ट्रैफिक नियमों को पालन नहीं करने पर सीधे ई-चालान भेज दिया जाता है। लिहाजा ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ आपको कैमरे के प्रति सतर्क रहना होगा। नहीं तो एक छोटी सी गलती होने पर मोटे जुर्माना भरना पड़ सकता है। भारत में कई ऐसी सड़कें भी बन गई हैं। जहां ट्रैफिक पुलिस नहीं बल्कि आधुनिक कैमरे नियम तोड़ने वालों पर नजर रखते हैं।
चालान करने में ट्रैफिक पुलिस की मदद करते हैं। अब ट्रैफिक नियमों की कई धाराओं में जुर्माने को भी कई गुना बढ़ा भी दिया गया है। लेकिन अगर आप सावधानी से गाड़ी चलाएंगे तो चालान से हमेशा बचे रहेंगे। यहां हम आपको कुछ आसान बता रहे हैं। जिन्हें अपनाकर आप मोटे चालान से बच सकते हैं।
सड़क पर चलते हुए इन नियमों का करें पालन
पूरे कागज नहीं होने पर कार या बाइक का चालान कट सकता है। इसलिए अपनी गाड़ी के कागज हमेशा अपने साथ रखें। इसके साथ ही ये भी ध्यान रखें, कि ये पूरे हों यानी की गाड़ी चलाने वाले का लाइसेंस, गाड़ी की आरसी, इंश्योरेंस और पीयूसी जैसे सभी डॉक्यूमेंट होना बेहद जरुरी है। अगर गाड़ी का बीमा एक्सपायर हो गया है तो उसे रिन्यू करवाने में देरी न करें।
सीट बेल्ट लगाकर करें ड्राइविंग
सीट बेल्ट न लगाकर ड्राइविंग करने से हर दिन हजारों लोगों का चालान कटता है। कार ड्राइव करते समय सीटबेल्ट हमेशा लगाना चाहिए। कार में बैठने वाले अन्य यात्रियों को भी सीट बेल्ट लगाने के लिए जरूर कहें।
वाहन चलाते समय कभी न करें मोबाइल का इस्तेमाल
बाइक, कार या कोई और गाड़ी भारत में गाड़ी चलते वक्त मोबाइल फोन पर बात करना, मैसेज करना या किसी भी वजह के लिए फोन का यूज करना ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन माना जाता है। ऐसे में ड्राइव करते समय दिक्कत हो सकती है। लिहाजा मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
गाड़ी को पार्क करते समय ध्यान से देख लेना चाहिए कि यह सही जगह पार्क है या नहीं। अगर आपने ऐसी जगह अपनी कार को पार्क कर दिया होगा, जहां पार्किंग मना है तो आपके पास चालान पहुंच सकता है।
ट्रैफिक डिपार्टमेंट अब लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के चलते काफी स्मार्ट हो गया है। इसलिए ओवर स्पीडिंग आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है। खासकर ऐसी जगह जहां रिहायशी इलाका हो या स्कूल/कॉलेज/यूनिवर्सिटी या भीड़भाड़ वाला इलाका हो।