अगर आप कार या बाइक ओनर हैं तो यह खबर आपके बेहद काम की है। ट्रैफिक के नियमों के तहत आपको इस जानकारी से कभी न कभी फायदा हो सकता है। दरअसल, आज के इस डिजिटल युग में ट्रैफिक पुलिस बहुत कम रोकती है। ट्रैफिक नियमों को पालन नहीं करने पर सीधे ई-चालान भेज दिया जाता है। ऐसे में सड़क पर चलने के लिए ट्रैफिक नियमों की जानकारी होना बेहद जरूरी है। ट्रैफिक चालान यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को सजा देने का एक साधन है। इसका मकसद लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना है।
कई बार ट्रैफिक पुलिस नहीं होती तो लोगों को लगता है कि कोई उन्हें नोटिस नहीं कर रहा। कोई उनकी निगरानी नहीं कर रहा। ऐसे में लोग रेड लाइट जंप कर देते हैं। तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हैं। बहुत से लोग ट्रैफिक के नियमों की अनदेखी करते हैं। ऐसे में लोगों को भारी पड़ जाता है। इसकी वजह ये है कि आजकल हर जगह कैमरे लगे होते हैं।
कितने तरह से कट सकता है ट्रैफिक चालान
बता दें कि ट्रैफिक के नियमों का पालन नहीं करने पर कड़ी सजा मिल सकती है। इसमें कई तरह से चालान कट सकता है। जैसे कि लाल बत्ती तोड़ना, गलत दिशा में गाड़ी चलाना, सीट बेल्ट न पहनना, बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने से जुर्माना लग सकता है। इसके साथ ही ओवरस्पीडिंग और गलत जगह पर पार्किंग करने के मामलों में 100 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। वहीं, गंभीर उल्लंघन में 5000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। अगर दुर्घटना होकर किसी की जान चली जाए तो और ज्यादा जुर्माना हो सकता है। ट्रैफिक रूल्स तोड़ने के गंभीर मामलों में जेल भी हो सकती है। साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड या कैंसल करने के साथ ही वाहन जब्त या इंश्योरेंस क्लेम का नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।
वाहन चलाते समय कभी न करें मोबाइल का इस्तेमाल
बाइक, कार या कोई और गाड़ी भारत में गाड़ी चलते वक्त मोबाइल फोन पर बात करना, मैसेज करना या किसी भी वजह के लिए फोन का यूज करना ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन माना जाता है। ऐसे में ड्राइव करते समय दिक्कत हो सकती है। लिहाजा मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।