Challan: अगर आप दिल्ली की सड़कों पर बाइक चला रहे हैं तो सावधान हो जाइये। सिर्फ डॉक्यूमेंट्स और हेलमेट पहनने ही काफी नहीं है। एक छोटी सी गलती से आपको लेने के देने पड़ सकते हैं। अगर आप अपनी बाइक में मोडिफिकेशन का शौक रखते हैं तो आपको सर्तक हो जाने की जरूरत है। पुलिस एक खास तरह के साइलेंसर और हॉर्न पर चालान काट रही है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों में प्रेशर हॉर्न (तेज हॉर्न) और मॉडिफाइड साइलेंसर का इस्तेमाल करने वाले चालकों के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। पकड़े जाने पर 1,000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने प्रेशर हॉर्न और मॉडिफाइड साइलेंसर के 117 चालान कर चुकी है। अगर आपने भी अपनी मोटरसाइकिल में मॉडिफाइड साइलेंसर लगाया है तो इसे तुरंत निकाल दें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें। हैवी हॉर्न और मोडिफाई साइलेंसर पर चालान का नियम है। इसकी वजह ये है कि मोडिफाइड साइलेंसर रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र (रजिस्ट्रेश सर्टिफिकेट) उल्लंघन के तहत आते हैं। इस तरह के मोडिफिकेशन से सबसे बड़ी समस्या नॉइस पॉलुशन की है। कई चालक अपनी बाइक में तेज आवाज करने वाले होर्न और साइलेंसर लगवा लेते हैं। जिससे बाकी लोगों को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
मोटर व्हीकल्स एक्ट के रूल 39/192 के तहत दिल्ली में प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करने पर 10,000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है। इसके अलावा अगर किसी शांत एरिया में हॉर्न बार-बार बजा रहे हैं तो 2,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है।
चालान काटने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
इसके अलावा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस अब लोगों के चालान काटने के लिए नई टेक्नोलॉजी का सहारा ले रही है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस बड़ा कदम उठाते हुए इंग्लैंड और पुणे के सेंटर फॉर डवलपमेंट एडवांस कप्यूटिंग से समझौता करने की तैयारी में है। यानी आप सड़क पर खड़े ट्रैफिक पुलिसकर्मी को देखकर हेलमेट पहनते हैं, कार का सीट बेल्ट लगा लेते हैं, या फिर चालान से बचने के लिए नई-नई जुगाड़ करते हैं। ऐसी स्थिति में आपको कोई फायदा नहीं होगा। इसकी वजह ये है कि अब चालान कैमरे की मदद से तैयार किए जाएंगे। कुलमिलाकर ट्रैफिक नियम तोड़ने पर अब चालान होना पक्का है।