UP News: उत्तर प्रदेश के बागपत से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बागपत जिले में सरकारी अस्पताल के डिप्टी CMO (Chief Medical Officer) डॉक्टर यशवीर सिंह और उनके परिवार को मारने की एक खतरनाक साजिश की गई। टीवी के मशहूर डॉक्टर को जान से मारने के लिए जो तरीका अपनाया गया उसे जानकर आप चौंक जाएंगे। दरअसल, डॉक्टर के खाने में आरोपियों ने टीबी का वैक्टीरिया मिला दिया। यशवीर सिंह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उन्हीं के विभाग में कार्यरत दो संविदाकर्मी एवं लैब टेक्नीशियन ने मिलकर उन्हें और उनके परिवार को टीबी बीमारी के बलगम बैक्टीरिया देकर जान से मारने की साजिश रची हैं।
कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत TB/HIV कॉर्डिनेटर जब्बार खान और लैब टेक्नीशियन मुशीर खान पर साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, बागपत जिला अस्पताल के डिप्टी सीएमओ और बागपत जिला टीबी अधिकारी डॉ. यशवीर सिंह (Dr Yashveer Singh) ने एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से अपने और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए खाना खरीदने को कहा था।
आरोपियों की पहचान TB/HIV कॉर्डिनेटर जब्बार खान (Jabbar Khan) और टेक्नीशियन मुशीर अहमद (Musheer Ahmed) के रूप में हुई है। जब्बार और मुशीर फिलहाल फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। आरोपियों के साजिश का एक ऑडियो भी सामने आ गया है। पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल, मामले की छानबीन कर रही है। डिप्टी सीएमओ डॉ. यशवीर सिंह और उनका परिवार डॉक्टरों की निगरानी में हैं।
स्थानिय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपियों ने इस काम के लिए डिप्टी सीएमओ के घर जाने वाले एक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी का सहारा लिया। दोनों ने मोबाइल फोन पर उस पर इस साजिश में शामिल होने का दबाव बनाकर डिप्टी सीएमओ और उनके परिवार के खाने में टीबी मरीजों का सैंपल मिलाने के लिए कहा। हालांकि, इमानदार कर्मचारी ने दोनों की फोन की रिकॉर्डिंग डिप्टी सीएमओ को सौंपकर साजिश का भंडाफोड़ कर दिया।
अस्पताल कर्मचारियों पर गंभीर रूप से बीमार टीबी मरीज का सैंपल डिप्टी CMO के खाने में मिलाने की कोशिश करने के आरोप में मामला दर्ज किए जाने पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, "हमें बागपत में हुई घटना के बारे में पता चला है। पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है, मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
इस बीच, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. तीरथ लाल ने मामले की विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने उस लैब को भी बंद करने का निर्देश दिया है, जहां ऐसे सैंपल रखे जाते हैं। सोमवार (7 अक्टूबर) को डॉ. यशवीर सिंह ने बागपत कोतवाली थाने में पुलिस को तहरीर दी।
पुलिस ने बताया कि डॉ. यशवीर सिंह ने ऑडियो क्लिपिंग शेयर की है, जिसमें जब्बार खान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी टिंकू से सैंपल को खाने में मिलाने के लिए कह रहे हैं। यह सैंपल टीबी के खतरनाक मल्टीड्रग-रेसिस्टेंट (MDR) स्ट्रेन से पीड़ित संदिग्ध मरीज से लिया गया था। बता दें कि एमडीआर टेस्ट टीबी के गंभीर चरण में पहुंचने वालों पर किया जाता है।