सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें ब्राजील के साओ पाउलो में खड़े ब्रिटिश एयरवेज के विमान पर आसमान से बिजली गिरने का खौफनाक नजारा देखा जा सकता है। यह दृश्य जितना अद्भुत था, उतना ही डरावना भी। वीडियो में स्पष्ट रूप से नजर आता है कि जैसे ही बिजली विमान पर गिरती है चारों ओर तेज चमक फैल जाती है जो इसे देखने वालों को हैरान कर देती है। घटना के समय मौसम बेहद खराब था। मूसलधार बारिश और तेज आंधी के बीच विमान एयरपोर्ट पर खड़ा था जब बिजली ने उसे अपनी चपेट में ले लिया।
सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना को रोमांचक और हैरान करने वाला बताया। कुछ ने इसे अद्भुत करार दिया तो कुछ ने राहत की सांस लेते हुए कहा कि खुशी की बात यह है कि किसी को नुकसान नहीं पहुंचा।
ब्राजील के साओ पाउलो में घटित घटना
ये घटना साओ पाउलो के गुआरुल्होस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई जब शहर में भयंकर आंधी और बारिश का मौसम था। ब्रिटिश एयरवेज का विमान इस दौरान खड़ा था और बिजली सीधे उस पर गिर पड़ी। यह भयावह दृश्य कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में मूसलधार बारिश के बीच विमान के पास आकाशीय बिजली गिरते हुए देखा जा सकता है। यह दृश्य कुछ यूजर्स को रोमांचक और दूसरों को डरावना लगा। एक यूजर ने लिखा कि "यह दृश्य न सिर्फ डरावना था, बल्कि अद्भुत भी था," जबकि एक और ने चिंता जताते हुए कहा, "खुशी की बात है कि कोई घायल नहीं हुआ प्रकृति वाकई अप्रत्याशित है।"
घटना के बाद विमान का पूरा परीक्षण किया गया और छह घंटे की देरी के बाद उसे उड़ान भरने की अनुमति दी गई। रिपोर्ट के अनुसार जब विमान पर बिजली गिरती है तो आमतौर पर यात्रियों को कोई नुकसान नहीं होता। विमान को इस तरह डिजाइन किया जाता है कि वह बिजली के प्रभाव को सह सके।
विमान की बनावट और सुरक्षा
विमान की बाहरी परत जो मुख्य रूप से एल्युमिनियम या अन्य चालक धातु से बनाई जाती है बिजली को बाहर ही बहा देती है। इसका मतलब यह है कि बिजली विमान के अंदर प्रवेश नहीं करती। इसके अलावा विमान के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और ईंधन टैंक को विशेष सुरक्षा परत (Faraday Cage Effect) से सुरक्षित किया जाता है जो बिजली के असर को बेअसर कर देती है।
साओ पाउलो में मूसलधार बारिश से हंगामा
24 जनवरी को साओ पाउलो में मूसलधार बारिश के कारण भारी तबाही मच गई। कुछ घंटों में एक महीने की बारिश हो गई जिससे शहर में अफरातफरी मच गई। सड़कें जलमग्न हो गईं और हजारों घरों में बिजली चली गई। लोगों को सुरक्षित जगहों पर शरण जाना पड़ा।